-कनेक्शन के अभाव में बेकार पड़ी हैं लाखों की मशीनें

-मैनेजमेंट को लिखी चिट्ठी, पर कोई सुनवाई नहीं

RANCHI (5 Aug): रिम्स का किचन भले ही आउटसोर्स करके कंपनी को हैंड ओवर कर दिया गया हो, लेकिन आज भी यहां पावर कनेक्शन की व्यवस्था नहीं होने के कारण लाखों रुपए की मशीन यूं ही बेकार पड़ी हुई है। स्थिति यह है कि मैन्यूअल तरीके से किचन में काम हो रहा है और इस वजह से स्टाफ्स को भी परेशानी हो रही है। किचन में पावर शॉकेट लगाने के लिए कई बार डाइटीशियन ने प्रबंधन को चिट्ठी भी लिखी। इसके बावजूद प्रबंधन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है।

इडली मेकर व डिश वाशर बेकार

आटोमैटिक मशीन को चलाने के लिए बिजली के हेवी प्वाइंटस की जरूरत पड़ती है। लेकिन रिम्स में आजतक मशीनों को चलाने के लिए बिजली के प्वाइंटस ही नहीं दिए गए है। ऐसे में कुछ जगहों पर दिए शॉकेट्स से ही मशीनों को चलाया जा रहा है। वहीं इडली मेकर, डिश वाशर और आटोमैटिक पैकिंग मशीन कनेक्शन नहीं होने के कारण बंद पड़ी हुई है।

बॉक्स

इधर, खाने के बाद मरीज चुरा ले रहे प्लेट

हास्पिटल में मरीजों को बेड टू बेड खाना देने का काम आउटसोर्स कंपनी प्राइम सर्विसेज कर रही है। इसमें पेशेंट्स को प्लेट में पैक खाना दिया जाता है। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वार्डो से हर दिन दर्जनों प्लेट गायब हो जा रहे हैं। इस मामले में काफी छानबीन करने के बाद भी प्लेट नहीं मिलने से एजेंसी के स्टाफ भी परेशान हैं। उनका मानना है कि खाने के बाद मरीज प्लेट को छिपा लेते हैं और जाते वक्त साथ लेकर निकल जाते हैं। अब तक रिम्स से ब्00 से अधिक प्लेट्स गायब हो चुके हैं। इस मामले में भी डाइटीशियन ने डीएस को सूचना दे दी है। इसके बावजूद प्रबंधन ने कोई एक्शन नहीं लिया है।

वर्जन

किचन में बिजली के प्वाइंट लगाने के लिए चिट्ठी मिली है और मैंने तुरंत लगाने का आदेश भी दे दिया है। इसके बाद जगह-जगह प्वाइंट होगा और सभी मशीनों को चालू कर दिया जाएगा। इसके बाद भी अगर आउटसोर्सिग कंपनी हास्पिटल में व्यवस्था नहीं सुधारती है तो फिर उस पर एक्शन लिया जाएगा।

डॉ.आरके श्रीवास्तव, प्रभारी डायरेक्टर, रिम्स