- जिला अस्पताल में फिर मिले डेंगू के तीन मरीज, मेडिकल कॉलेज में प्लेटलेट्स ही नहीं

गोरखपुर में डेंगू ने दस्तक दे दी है। सोमवार को जिला अस्पताल की पैथोलॉजी में तीन और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। इसके साथ ही डेंगू पेशेंट्स की कुल संख्या बढ़कर छह हो गई है। दूसरी तरफ पूर्वाचल के एकमात्र मेडिकल कॉलेज बीआरडी में प्लेटलेट्स ही नहीं है। डेंगू के मरीज के लिए प्लेटलेट्स बेहद अहम होते हैं। साथ ही बीआरडी में दूर-दराज से भी काफी तादाद में पेशेंट्स आते हैं। ऐसे में बीआरडी में प्लेटलेट्स का न होना बेहद चिंताजनक है।

तीन नए मरीज मिले तो उड़ी नींद

GORAKHPUR: सोमवार को गोरखपुर में तीन नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इसमें से दो मरीजों का इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल और एक मरीज का जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में चल रहा है।

बड़हलगंज की सरिता वर्मा पत्नी अरविंद वर्मा, सीवान जिले के अलाउद्दीन कुरैशी पुत्र मुनीर अहमद को तेज बुखार था। परिजनों ने दोनों को प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया। जहां दोनों में डेंगू का संदेह होने पर ब्लड सैंपल जिला अस्पताल की पैथॉलोजी में भेजा गया। वहीं, देवरिया की प्रियंका सात साल को भी बुखार रहा। उसे जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में एडमिट किया। तीनों का ब्लड सैम्पल पैथॉलोजी भेजा गया। जहां सोमवार को जांच रिपोर्ट में तीनों में डेंगू की पुष्टि हुई। रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना हो गया है। हालांकि प्रिंयका में डेंगू की पुष्टि होने के बाद अफसरों ने मोबाइल फोन से डेंगू वार्ड में शिफ्ट करने की बात की, लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि मरीजों को उससे पहले ही डिस्चार्ज कर दिया है।

15 में से 6 को डेंगू

डेंगू मरीज की हर दिन संख्या बढ़ने से हेल्थ डिपार्टमेंट भी सकते में आ चुका है। अस्पताल में अब तक 15 मरीज आ चुके हैं। इसमें से छह मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। गोरखपुर जिला अस्पताल में में बड़हलगंज, रूस्तमपुर, चिलमापुर आजाद नगर के साथ ही साथ महराजगंज जिले और बिहार के भी मरीज आए हैं।

ऐसा हो तो डॉक्टर के पास जाएं

- तेज बुखार जो 3 से 7 दिन तक रह सकता है।

- जी मिचलाना या उल्टी होना

-सिर, आंखों, बदन जोड़ों में दर्द

-शरीर में लाल चकत्त पड़ना

-भूख न लगना

-चिड़चिड़ापन महसूस करना

-ब्लड प्रेशर में गिरावट

ऐसे करें बचाव

-घर में और धर के आस-पास पानी इकट्ठा न होने दें।

-साफ सफाई का विशेष ध्यान दें।

-यदि घरों में बर्तन में पानी भरकर रखते हैं तो उसे ढंक कर रखें।

-कूलर, गमले का पानी रोज बदलें। जरूरी न हो तो कूलर में पानी भर के न रखें।

-ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर के अधिकतम हिस्से को ढक कर रखें।

-घर में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।

-अगर आसपास में किसी को यह संक्रमण है तो सावधानी बरतें।

-मच्छर से बचने के लिए दरवाजे और खिड़कियों में जाली लगवाएं।

लक्षण मिला, जिला अस्पताल रेफर

गोला ब्लॉक के बेबरी गांव निवासी मोतीलाल के 22 वर्षीय पुत्र सुनील को कस्बा स्थित एक निजी चिकित्सालय में इलाज के दौरान डेंगु के लक्षण मिलने पर चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वह कई दिनों से बुखार से पीडि़त था।

अस्पताल में मरीज को एडमिट करने से लेकर उन्हें दवा देने तक की जिम्मेदारी डॉक्टर्स व एंप्लाइज को दे दी गई है और सभी को सचेत कर दिया गया। सभी व्यवस्थाएं वार्ड में ही उपलब्ध कराई गई है।

-डॉ। एचआर यादव, एसआईसी