एयू की परास्नातक परीक्षाओं की वजह से 20 मई तक हॉस्टलों में नहीं पड़ेगा छापा

जिन छात्रों को इस सत्र में नहीं मिला प्रवेश उन्हें अगले सत्र में दिया जाएगा हॉस्टलों में दाखिला

ALLAHABAD: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टलों में रहने वाले छात्रों को बड़ी राहत मिली है। हाईकोर्ट के आदेश पर हॉस्टलों को पूरी तरह से खाली करने की योजना पर फिलहाल विराम लग गया है। विश्वविद्यालय की परास्नातक कक्षाओं की परीक्षाओं को देखते हुए 20 मई तक हॉस्टल नहीं खाली कराने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय मंगलवार को विश्वविद्यालय प्रशासन और जिला प्रशासन के आला अधिकारियों की एडीएम फाइनेंस के कक्ष में हुई बैठक में लिया गया है।

वैध छात्रों को होती परेशानी

अधिकारियों की बैठक में हॉस्टलों को पूरी तरह से खाली कराने के मसले पर चर्चा हुई। विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारियों की मानें तो परास्नातक कक्षाओं की परीक्षा सिर पर होने की वजह से छापा मारने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता। इसलिए ऐसे छात्रों को 20 मई तक का समय देने का निर्णय लिया गया। बैठक में रजिस्ट्रार प्रो। एनके शुक्ला, चीफ प्रॉक्टर प्रो। राम सेवक दुबे, डीएसडब्लू डॉ। आरकेपी सिंह, एडीएम सिटी पुनीत शुक्ला, एसपी सिटी विपिन ताडा, कर्नलगंज इंस्पेक्टर सच्चिदानंद त्रिपाठी मौजूद रहे।

फीस देने वालों को अगले सत्र में मिलेगा हॉस्टल

जिन छात्रों को वर्तमान सत्र में हॉस्टलों में कमरा नहीं आवंटित किया जा सका है और उन्होंने हॉस्टल की फीस भी जमा कर दी है। उन छात्रों को आगामी सत्र 2017-18 की शुरुआत में ही कमरा आवंटित करने का निर्णय लिया गया है। ऐसे छात्रों से नए सत्र की हॉस्टल की फीस नहीं ली जाएगी।

विश्वविद्यालय में परास्नातक परीक्षाओं को देखते हुए 20 मई तक हॉस्टल नहीं खाली कराए जाने का निर्णय लिया गया है। जिन छात्रों इस सत्र में हॉस्टल की फीस जमा कर दी है और कमरा नहीं मिला है। उन्हें नए सत्र में कमरा आवंटित किया जाएगा लेकिन उनसे नए सत्र की हॉस्टल फीस नहीं ली जाएगी।

-प्रो। राम सेवक दुबे,

चीफ प्रॉक्टर इविवि