RANCHI : नगर निगम के पास फॉगिंग की 15 गाडि़यां हैं। इनमें चार गैराज में बंद हैं तो दो गाडि़यां वीआईपी एरिया के लिए रिजर्व है। इतना ही नहीं, हर माह फॉगिंग पर छह लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन मच्छरों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मच्छरों ने लोगों की नींद छीन ली है। मलेरिया जैसी बीमारी पांव फैलाने को आतुर है, पर इससे निपटारे के सारे दावे फेल हो रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर निगम किस तरह दिखावे के लिए फॉगिंग करवा रही है। इसके अलावां फॉगिंग के लिए 20 नए ऑटो खरीदने के प्रस्ताव को भी मंजूरी बोर्ड मीटिंग में मंजूरी मिल चुकी है। इसके लिए टेंडर भी निकाला जा चुका था, लेकिन बीच में ही टेंडर प्रक्रिया रद कर दी गई। इस तरह फॉगिंग के लिए 20 नए वाहन खरीदने की योजना ठंडे बस्ते में चली गई।

रोस्टर तैयार पर फॉलो नहीं

नगर निगम ने फॉगिंग के लिए रोस्टर भी तैयार किया था। इस बाबत वार्डो के हिसाब से हेल्पलाइन नंब नंबर भी जारी किए गए थे, ताकि जिन इलाकों में फागिंग नहीं होगी तो लोग फोन कर फागिंग के लिए बुला सकते है। लेकिन, यहां चार फॉगिंग मशीन गैराज में खड़ी है, जबकि दो गाडि़यों को वीआईपी एरिया के लिए रिजर्व रखा गया है। बाकी बची 9 गाडि़यों से पूरे शहर में फॉगिंग करने का दावा नगर निगम कर रही है, लेकिन मच्छर जिस तरह धावा बोल रहे हैं, वह यह बताने के लिए काफी है कि फॉगिंग के नाम पर सिर्फ आई वॉश किया जा रहा है।

आबादी के हिसाब से कम है मशीन

रांची सिटी की आबादी लगभग 13 लाख है, लेकिन निगम के पास केवल 15 फॉगिंग मशीन है, जो नाकाफी साबित हो रही है। इतना ही नहीं, चार फॉगिंग मशीन लंबे समय से खराब पड़ी है, लेकिन इसकी मरम्मत की पहल नहीं की जा रही है। खास बात है कि इन 15 फॉगिंग मशीनों में दो सिर्फ वीआईपी एरिया के लिए है, जहां सिर्फ 44 लोग रहते हैं।

हाईकोर्ट की फटकार का भी असर नहीं

मच्छरों के आतंक व मलेरिया के बढ़ते प्रकोप को लेकर अखबारों में छपी खबर पर हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए नगर निगम को काफी फटकार लगाई थी। अदालत ने पूरे शहर में रेगुलर फॉगिंग कराने के निर्देश जारी किए थे। हाईकोर्ट के कड़े रूख के बाद निगम के अधिकारियों की नींद खुली थी। शुरु में तो तमाम इलाकों में रेगुलर फॉगिंग की जाती रही, पर बाद में हालात फिर से पहले की ही तरह हो गए।

वीआइएपी इलाकों में रेगुलर होती है फॉगिंग

-सीजेएम आवास

-सिटी एसपी आवास

-फैमिली जज आवास

-पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा का आवास

-आईएएस एसके जी रहाटे का आवास

-डीआइजी आवास

-जज कालोनी, डिप्टी पाड़ा

-मंत्री अमर कुमार बाउरी का आवास

-मंत्री सीपी सिंह का आवास

-सर्किट हाउस कैंपस

-सिटी कंट्रोल रूम

-कमिश्नरी आफिस

-डीसी आफिस

-डीडीसी आफिस

-सुनील कुमार वर्णवाल का आवास

-अशोक नगर रोड नंबर 1, क्वार्टर नंबर 1-10

-एनएन पांडेय का आवास

-बीजेपी आफिस, हरमू

-विनय कुमार चौबे का आवास

-अतुल कुलकर्णी का आवास

-संचेत आवास

-प्रोजेक्ट बिल्डिंग

-एमडीआइ बिल्डिंग

-ज्यूडिशियल एकेडमी

-झारखंड विधानसभा

-विधायक आलमगीर आलम का आवास

-विधायक आलोक कुमार चौरसिया का आवास

-जगन्नाथपुर थाना

-मंत्री नीरा यादव का आवास

-विधायक अनंत कुमार ओझा का आवास

-डॉ डीएन तिवारी का आवास

-आईपीएस अनिल पाल्टा का आवास

-सूरज मंडल का आवास

-डोरंडा सर्किल आफिस

-डीटी क्वार्टर एरिया

-प्राधिकरण प्रशिक्षण केंद्र

-शशिकांत गायकवाड़, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट

-गेस्ट हाउस

-बीसी निगम आवास

-विधायक नवीन कुमार जायसवाल आवास

-मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी का आवास

-राहुल शर्मा का आवास

-एटी मिश्रा का आवास

-झारखंड प्राधिकरण फारेस्ट डिपार्टमेंट

वार्डो में फॉगिंग का शिड्यूल

वार्ड 1-6, सोमवार से शनिवार

वार्ड 7-12, सोमवार से शनिवार

वार्ड 13-18, सोमवार से शनिवार

वार्ड 19-24, सोमवार से शनिवार

वार्ड 25-30, मवार से शनिवार

वार्ड 31-36, सोमवार से शनिवार

झिरी : रविवार, बुधार

वार्ड 37-41, सोमवार से रविवार

वार्ड 42 रविवार

वार्ड 43-48, सोमवार-शनिवार

वार्ड 49 रविवार

वार्ड 50-55, सोमवार से शनिवार