-पार्षद अपने ही काम को लेकर उठाते रहे आवाज

-पारित नहीं हो सका मास्टर प्लान-2037

RANCHI : रांची नगर निगम की मीटिंग दूसरे दिन शुक्रवार को भी हुई। पार्षदों ने अपनी डिमांड से इस मीटिंग की शुरुआत की। इसमें आमलोगों के हित के मुद्दों को किसी ने नहीं उठाया, बल्कि पार्षदों को लैपटॉप नहीं मिला, उनका वेतन कम है आदि मुद्दे मीटिंग में उठते रहे। दो दिनों की मीटिंग में पार्षद अपने हित के मुद्दों पर ही बहस करते रहे। लेकिन, मास्टर प्लान-2037 पर बहस के लिए किसी ने प्रयास नहीं किया। मीटिंग में मेयर आशा लकड़ा, रांची नगर निगम के सीईओ मनोज कुमार सहित सभी अधिकारी शामिल थे।

हम किसी को चाय भी नहीं पिला पाते

रांची नगर निगम की शुक्रवार को हुई मीटिंग हंगामेदार रही। इसमें पार्षदों ने अपने-अपने वार्ड की जनता के हितों के मुद्दों को दरकिनार कर सिर्फ अपनी ही जरूरतों के मुद्दे पर बहस करते रहे। पार्षदों ने कहा कि पिछले बोर्ड की मीटिंग में उन्हें लैपटाप देने का प्रपोजल पास हुआ था, लेकिन अभी तक उन्हें लैपटॉप नहीं मिला है। पार्षदों ने अपने वेतन को लेकर बहस की। पार्षदों ने कहा- हमारा वेतन कम है और इसकी वजह से हम किसी को चाय भी नहीं पिला पाते हैं। इसपर रांची नगर निगम के सीईओ मनोज कुमार ने कहा कि सरकार के फैसले के मुताबिक, पार्षदों को सैलेरी दी जाती है।

24 जुलाई तक लटका मास्टर प्लान का मुद्दा

मीटिंग में जब रांची के डेवलपमेंट के लिए मास्टर प्लान-2037 पर बहस शुरू हुई, तो पार्षदों ने इसे जल्दबाजी में बहस करके इसे पास नहीं करने की बात कही। इसके बाद फैसला लिया गया कि अब मास्टर प्लान के लिए 24 जुलाई को वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद इसे पारित किया जाएगा।

निगम खरीदेगा 30 लो फ्लोर बसें

इस मीटिंग में रांची नगर निगम का बजट पास हुआ। सर्वसम्मति से 752.96 करोड़ रुपए का बजट पास किया गया। इन्हीं पैसों से रांची नगर निगम 30 लो फ्लोर बसें खरीदेगा, जिसे शहर में चलाया जाएगा। इसके अलावा रिंग रोड के किनारे रांची नगर निगम जमीन खरीदेगा, जहां कॉलोनी बनाने, बस स्टॉप बनाने सहित कई योजनाओं पर काम किया जाएगा।