- छात्र समागम के प्रथम स्थापना दिवस सह छात्र मिलन सम्मेलन में सीएम जीतन राम मांझी का ऐलान

- स्कूल और यूनिवर्सिटी की कापियों की होगी रिचेकिंग

- इंटर में 60 परसेंट क्वेश्चन आब्जेक्टिव होगा

- एमयू का कैंप आफिस पटना और नालंदा में खोला जाएगा

- बिहार यूनिवर्सिटी का कैंप आफिस मोतिहारी और बीएन मंडल का मधेपुरा में खोला जाएगा

PATNA : स्टूडेंट्स की लंबे समय से रिचेकिंग की मांग को आखिरकार मान लिया गया है। अब एग्जाम कापियों की रिटोटलिंग नहीं रिचेकिंग की जाएगी। छात्र समागम का प्रथम स्थापना दिवस सह छात्र मिलन सम्मेलन में यह बात चीफ गेस्ट के रूप में मौजूद सीएम जीतन राम मांझी ने कहा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर किसी स्टूडेंट को मन में शंका रह जाए कि वह जितना लिखा है उसे वैसा नंबर नहीं दिया गया है तो इसकी अपील कर पूरी जानकारी ले सकता है।

रिचेकिंग को आई नेक्स्ट ने प्रमुखता से उठाया

जानकारी हो कि इस बात को आई नेक्स्ट भी स्टूडेंट्स के हित में प्रमुखता से उठाता रहा है। ख्8 जुलाई को प्रकाशित अंक में पटना सायंस कालेज के बॉटिनी डिपार्टमेंट के कई स्टूडेंट्स फेल हो गए थे। कई स्टूडेंट को ख्0क्फ् और ख्0क्ब् दोनों ही साल जीरो नंबर दिया गया, लेकिन वर्तमान समय में सिर्फ रिटोटलिंग का ही नियम है।

छात्र आंदोलन आज भी महत्वपूर्ण

बिहार में पिछले तीन-चार महीनों में स्टूडेंट्स का आंदोलन अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एकजुट होता रहा है। सोमवार को एसके मेमोरियल हॉल में जदयू के बैनर तले छात्र समागम का प्रथम स्थापना दिवस सह छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न कालेजों के स्टूडेंट्स को एड्रेस करते हुए सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि कि स्वतंत्रता से पहले छात्रों का आंदोलन देश की दिशा तय करता था। इसकी प्रासंगिता आज भी है। छात्र आंदोलन के माध्यम से लोग बड़े फैसले लेने पर मजबूत हो जाते है। इस मौके पर मंच पर आर्ट कल्चर एंड यूथ मिनिस्टर विनय विहारी, एक्स एमएलए सतीश कुमार, डॉ राम बचन राय और जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष तथा छात्र समागम के अध्यक्ष रंजन कुमार सहित कई मौजूद थे।

असंतुष्ट स्टूडेंट्स के लिए बड़ी राहत

छात्र समागम के मंच से सीएम के इस बात की घोषणा की कि वे इस बात को जल्दी ही लागू करावाएंगे। इससे न केवल यूनिवर्सिटी बल्कि स्कूल बोर्ड में भी रिचेकिंग के जरिये स्टूडेंट्स को कोई भ्रम नहीं रह जाएगा। जानकारी हो कि इंटर की कापियों में भी इस साल ऐसे केसेज की कमी नहीं थी जिसमें कि बार-बार कापी के सही इवैल्युएशन नहीं किये जाने का मामला तूल पकड़ा रहा। यूनिवर्सिटी में इस बात से यह महत्वपूर्ण हो जाएगा कि हर कॉपी की जांच सही तरीके से हो। सीएम ने एक उदाहरण रखते हुए कहा कि मैंने मदरसा बोर्ड की कापियों को देखा कि जिसमें हर आंसर को ठीक से जांचा नहीं गया था। इसके कारण छात्रों में निराशा का माहौल बन जाता है।

इंटर में म्0 परसेंट आबजेक्टिव क्वेश्चन होगा

स्टूडेंट्स की मांग पर मुहर लगाते हुए सीएम ने इंटर की परीक्षा में म्0 परसेंट आबजेक्टिव और ब्0 परसेंट सब्जेक्टिव क्वेशचन पूछे जाएगा। जानकारी हो कि ख्0क्फ् में इसी रेशियो में एग्जाम क्वेश्चन सेट किया गया था, लेकिन ख्0क्ब् में सभी प्रशन सब्जेक्टिव पूछे जाने के कारण कई स्टूडेंट्स का एग्जाम खराब हो गया था। उन्होंने कहा कि यह फिर से नहीं दोहराया जाएगा।

सीसैट में और सुधार की जरूरत

इस बारे में छात्र समागम के स्टूडेंट्स का कहना था कि सीसैट से अंग्रेजी को हटा दिया गया है लेकिन इसमें और सुधार की जरूरत है। ताकि बिहार के स्टूडेंट्स का भला हो।

कोचिंग इंस्टीट्यूट की मनमानी पर लगे रोक

आज के दौर में कोचिंग इंस्टीट्यूट स्टूडेट्स का शोषण कर रहे हैं। स्टेट में कोचिंग अधिनियम ख्0क्0 को ताक पर रखकर ऐसे संस्थानों को मान्यता दी जा रही है जो स्टूडेंट्स का मानसिक और आर्थिक शोषण करते हैं। इस अधिनियम के प्रावधानों को कठोरता से लागू करने की जरूरत है।

सांगठनिक और राजनीतिक प्रस्ताव पारित

एसके मेमोरियल हॉल में छात्र समागम के प्रथम स्थापना दिवस के मौके पर सांगठनिक और राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें यह तय किया गया कि संगठन के कार्यो और नीतियों का क्रियान्वयन गांव-गांव तक पहुंचना चाहिए। पर्यावरण की सुरक्षा और हॉयर एजुकेशन में व्याप्त भ्रष्टाचार को भी दूर करना है।

एमयू सहित अन्य यूनिवर्सिटी का कैंप ऑफिस खोला जाएगा

सीएम ने इस बात की घोषणा की कि स्टूडेंट्स को पटना और अन्य जिलों में यूनिवर्सिटी के प्रॉपर फंग्शन के लिए कुछ यूनिवर्सिटी का कैंप ऑफिस या रीजनल सेंटर खोला जाएगा। विशेष रूप से एमयू की किसी भी काम के लिए स्टूडेट्स को बोधगया जाना पड़ता था। इसलिए इसका कैप ऑफिस अब पटना व अन्य जिलों में खोला जाएगा। सबसे बड़ी बात यह है कि मगध यूनिवर्सिटी के 70 परर्सेट स्टूडेंट्स पटना जिले के हैं, लेकिन उनके लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। इस कारण उन्हें बार-बार बोधगया जाना पड़ता है। यदि कैंप आफिस पटना और नालंदा में बना दिया जाए तो इससे स्टूडेंट्स को बहुत आसानी होगी। बीएन मंडल यूनिवर्सिटी का ब्रंाच सेंटर मधेपुरा में खोला जाएगा। इससे खगडि़या, पूर्णिया और सहरसा के स्टूडेंट्स को बहुत सहूलियत होगी। इसी प्रकार बिहार यूनिवर्सिटी के भी रिजनल सेंटर खोलने के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव पारित किया जाएगा।