-सभी ट्रेंस में कंफर्म टिकट मिलना हुआ नामुमकिन, समर वैकेशन के दो महीने बाद भी कम न हुई पैसेंजर्स की भीड़

-कैंट स्टेशन से रवाना होने और यहां पहुंचने वाली ट्रेंस चल रही ठसाठस, वेटिंग टिकट के लिए भी है मारामारी

- फेस्टिव सीजन खत्म होने के बाद ही स्थिति नॉर्मल होने की है उम्मीद

VARANASI:

समर वैकेशन के समाप्त हुए लगभग दो महीने से अधिक का समय हो चुका है पर अब भी ट्रेन्स ठसाठस फुल हैं। उनमें लंबी-लंबी वेटिंग चल रही है। कई दिनों तक चक्कर काटने के बाद भी लोगों को एक अदद कंफर्म टिकट भी नसीब नहीं है। यही वजह है कि इस समय ट्रेन्स में और कैंट स्टेशन पर पैसेंजर्स की बेशुमार भीड़ देखी जा रही है। नतीजतन, बहुत सारे पैसेंजर्स वेटिंग में जर्नी करने को मजबूर हैं। इस सब के बीच एक सवाल उपजता है कि आखिर बिना किसी फेस्टिव सीजन के ट्रेंस फुल क्यो हैं? इसका मुकम्मल जवाब ऑफिसर्स के पास भी नहीं है। जवाब देने के नाम पर वे बगलें झांकने लगते हैं।

नहीं मिल रहा कंफर्म टिकट

वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, सूरत व साउथ की ओर जाने और उधर से आने वाली ट्रेन्स में अब भी सीट्स के लिए मारामारी है। पैसेंजर्स को इनमें कंफर्म टिकट नहीं मिल पा रहा है। जानकारों के अनुसार यह मारामारी पहले ही खत्म हो गई होती यदि समर वैकेशन में अपने-अपने घर आए लोग समय से वापस अपने गंतव्य तक लौट गए होते। लेकिन वैकेशन के बाद तक उनकी वापसी का सिलसिला चलता रहा, जिसका असर अब आगे आने वाले फेस्टिव सीजन तक दिखाई देगा। सिचुएशन यह है कि कैंट स्टेशन से लॉन्ग डिस्टेंस की लगभग सभी ट्रेनों में अब भी लंबी वेटिंग चल रही है। जबकि हर साल जुलाई सेकेंड वीक के बाद ट्रेन्स में अमूमन पैसेंजर्स की भीड़ कम हो जाती थी। लेकिन इस बार स्थिति इसके ठीक विपरीत है। इसका खामियाजा ट्रेन्स में इस समय जर्नी करने वाले पैसेंजर्स को भुगतना पड़ रहा है।

समाप्त नहीं हुई वेटिंग

कैंट से लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन्स में जुलाई सेकेंड वीक तक समाप्त हो जाने वाली वेटिंग अब तक बरकरार है। इस समय कैंट से लंबी दूरी के लिए जाने वाली शायद ही कोई ऐसी कोई ट्रेन नहीं जिसमें वेटिंग न हो। सभी में डेढ़ से दो सौ तक की वेटिंग तो आम बात है। इनमें नई दिल्ली की ओर जाने वाली शिवगंगा, काशी विश्वनाथ, गरीब रथ हो या मुंबई की ओर जाने वाली महानगरी, कामायनी, रत्‍‌नागिरी व बनारस-दादर सुपर फास्ट एक्सपे्रस मुख्य हैं। इन सभी में यही स्थिति बनी हुई है। इसके अलावा अन्य रूट्स पर जाने वाली ट्रेन्स जैसे मरुधर, ताप्ती गंगा, बनारस रामेश्वर एक्सप्रेस में भी सेम सिचुएशन बरकरार है।

वर्जन--

समर वैकेशन की भीड़ अभी समाप्त भी नहीं हो पाई थी कि सावन की शुरुआत हो गई। और अब एक के बाद एक फेस्टिवल स्टार्ट होने वाले हैं। इसके चलते कैंट से रवाना होने और अन्य सिटीज से यहां आने वाली ट्रेन्स में थोड़ा रश है। यह सिलसिला फेस्टिवल के बाद ही समाप्त होने की उम्मीद है।

एके श्रीवास्तव, सीनियर डीसीएम, लखनऊ डिवीजन