- सिटी में बेतरतीब ढंग से लगा दिए टावर

- स्कूलों के आसपास टावर बच्चों के लिए बने खतरा

GORAKHPUR:

सिटी में मोबाइल टावर लगाने में नियम कानून की खूब धज्जियां उड़ाई गई। मोबाइल कंपनियों ने जहां चाहा, वहां टावर लगा दिया। जीडीए और नगर निगम के अधिकारी भी चुप्पी साधे रहे। टावर लगाने के बाद जब नुकसान समझ में आया तो हाय तौबा मची है। थर्सडे को आई नेक्स्ट ने सिटी के पॉश इलाकों में मोबाइल टावर का हाल जाना। स्कूल से लेकर अस्पताल तक हर जगह मोबाइल टावर खड़े नजर आते हैं।

सेंट पॉल्स स्कूल मोगलहा

समय: 3. 00 बजे

सिटी के फेमस सेंटपाल्स स्कूल मोगलहा से सटे मोबाइल टावर लगा है। स्कूल के स्टूडेंट्स को मोबाइल टावर के रेडिएशन से प्रॉब्लम होने लगी है। टीचर्स भी इस बात को स्वीकारते हैं।

बशारतपुर पेट्रोल पंप

समय: 1.46 बजे

पेट्रोल पंप से महज सौ कदम की दूरी पर एक मोबाइल टावर लगा है। पेट्रोल पंप पर रोजाना हजारों व्हीकल पेट्रोल भरवाने आते हैं। लोगों की भीड़ भी खूब जुटती है। ऐसे में लोगों को रेडिएशन का खतरा झेलना पड़ता है।

असुरन चौक

समय: 1.50 बजे

असुरन चौक एक महत्वपूर्ण जगह है। यहां पर चारों तरफ पॉश कालोनी के अलावा सैकड़ों दुकाने हैं। इन दुकानों पर बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं जुटती हैं।

कौआबाग कालोनी

समय: 1.56 बजे

कौआबाग पॉश कालोनी में ऐसी जगह मोबाइल टावर लगा है जहां 24 घंटे लोगों को खतरे की जद में रहना पड़ता है। पॉश कालोनी में मोबाइल टावर लगाने का नियम नहीं है। बावजूद इसके कई कंपनियों के टावर मोहल्लों के बीच दिख जाएंगे।

बिछिया कालोनी

समय: 2.35

बिछिया कालोनी में घनी आबादी के बीच मोबाइल टावर लगे हैं। ओंकार शिक्षा निकेतन के बगल में टावर लगाने का लोगों ने विरोध भी किया था। लेकिन उनकी आवाज नक्कारखाने की तूती बनकर रह गई।

हरिओम नगर

समय: 4.35

डीएम आवास से महज तीन सौ मीटर दूर हरिओम नगर में जहां एक तरफ रिहायशी मकान हैं। वहीं अगल-बगल में स्कूल और कोचिंग सेंटर्स भी हैं। कोचिंग सेंटर्स में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स मोबाइल टावर के खतरे से भलीभांति वाकिफ हैं। उनका कहना है इसको लेकर कभी जिम्मेदार अफसर गंभीर नहीं होते हैं।

बेतियाहाता मोहल्ला

समय 4.20

बेतियाहाता को सिटी का डॉक्टर्स लेन माना गया है। यहां पर नर्सिग होम्स, पैथालॉजी सेंटर्स के अलावा 30 से अधिक डॉक्टर्स प्रैक्टिस करते हैं। मोबाइल टावर की प्रॉब्लम से सभी भलीभांति वाकिफ हैं।

अवैध ढंग से मोबाइल टावर लगाने की शिकायतें मिली हैं। इन सभी की जांच कराई जा रही है। जांच में अवैध पाए टावर्स को हटाने की कार्रवाई की जाएगी।

हरिचरन, सचिव, जीडीए