RANCHI: शिक्षा विभाग ने सरकार के आदेश को ताक पर रख सैनिटरी वेंडिंग मशीन खरीदने की प्रक्रिया को अधर में लटका कर छोड़ दिया है। राज्य सरकार की योजना के क्रियान्वयन के दौरान डीसी राय महिमापत रे ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया है कि सरकारी आवासीय स्कूलों की छात्राओं के बीच नि:शुल्क सैनिटरी नैपकिन वितरण का काम शुरू कर दिया जाए। इसके लिए कॉमन हेल्थ सेंटर (सीएचसी) के माध्यम से सैनिटरी वेंडिंग मशीन खरीदने के निर्देश थे, लेकिन साल 2018 गुजर जाने के बाद भी इस दिशा में कोई डेवलपमेंट नहीं हो पाया। शिक्षा विभाग जून -जुलाई तक वेंडिंग मशीन लगाने की बात कह रहा था लेकिन मामले में अभी कई तरह की फाइनांशियल पेचिदगियों की बातें भी सामने आ रही हैं।

सेहत का ख्याल

उल्लेखनीय है कि वेंडिंग मशीन लग जाने से छात्राओं की सेहत और सुरक्षा में अप्रत्याशित वृद्धि हो सकती है। छात्राओं के बीच पैड की कीमत और उसके उपयोग को लेकर कई भ्रांतियां हैं इसलिए सरकार ने विभाग को ही बड़े पैमाने पर सैनिटरी वेंडिंग मशीन लगाने का निर्देश दिया है। इस मशीन के लग जाने से छात्राओं को सुविधानुसार उचित मात्रा में सैनिटरी नैपकिन प्राप्त हो सकेगा।

सखी मंडल का विकास

डीसी ने लोकल सखी मंडल द्वारा निर्मित सैनिटरी नैपकिन खरीदने का निर्देश देते हुए इनके द्वारा स्थानीय महिलाओं के विकास को प्राथमिकता देने की बात कही थी। रोजगार का सृजन होने तथा स्कूलों में समयबद्ध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जेएसएलपीएस के साथ समन्वय स्थापित करते हुए आपूर्ति सुनिश्चित कराने का निर्देश जारी किया गया है। लेकिन इसके बावजूद कई इलाकों में स्थानीय सखी मंडल की महिलाओं से कोई सम्पर्क नहीं किया गया है, जिसको लेकर महिलाओं में काफी रोष है।

स्कूल ड्रेस तैयार कर बढ़ेगा रोजगार

डीसी ने महिलाओं के लिए रोजगार सृजन करने हेतु छात्र-छात्राओं के बीच स्थानीय महिलाओं से तैयार कराई स्कूल ड्रेस वितरण का निर्देश दिया है। जो महिलाएं सिलाई का कार्य जानती हैं सखी मंडलों के माध्यम से स्कूल ड्रेस सिलवाने और स्कूलों में आपूर्ति करवाने की योजना तैयार की जा रही है।

वर्जन

सरकार के आदेश के बाद से ही इस दिशा में काम जारी है। कुछ दिन और लगेंगे मार्च के बाद छात्राओं के बीच सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के लिए वेंडिंग मशीन लगा दी जाएगी।

अशोक शर्मा, आरडीडी