-गोरखपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में लगातार बर्बाद हो रहा है पानी

-जिम्मेदार बजाए सॉल्यूशन देने के लिए कर रहे हैं बहानेबाजी

-कई स्पॉट्स से एक साथ पानी गिरने से जल्द खत्म हो जा रहा है पानी

GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम से राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। हालत यह है कि यहां हॉस्टल में लगातार पानी बर्बाद हो रहा है, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों की आंखें नहीं खुल रही हैं। बार-बार कंप्लेन के बाद भी हॉस्टल के स्टूडेंट्स परेशान हैं, लेकिन अब तक उन्हें प्रॉब्लम का सॉल्यूशन नहीं मिल सका है। हालत यह है कि पानी भरने के महज कुछ घंटों बाद ही टंकियां खाली हो जा रही हैं, जिस वजह से हॉस्टल में पानी की किल्लत हो रही है। वहीं, बार-बार मोटर चलाने की वजह से बिजली का बिल भी बढ़ रहा है। लेकिन इससे निजात नहीं मिल सकी है।

टोटियों के साथ कई जगह लीकेज

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल्स में टोटियों में जबरदस्त लीकेज है, जिससे कुछ ही घंटों में ही पानी खत्म हो जा रहा है। वहीं, आसपास टंकियों और इसके पाइप में भी कई जगह लीकेज है। इस वजह से स्टूडेंट्स को परेशान होना पड़ रहा है। टोटियों से लगातार पानी की धारा बह रही है। स्टूडेंट्स जितने पानी को स्टोर कर पा रहे हैं, कर रहे हैं बाकी बचा पानी बर्बाद हो रहा है। हालत यह है कि पानी गिरने की वजह से जगह-जगह काई जम गई है, जिसकी वजह से वहां स्टूडेंट्स फिसलकर गिर भी जा रहे हैं।

पहले से ही प्रॉब्लम से दो-चार

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल्स में रहने वाले स्टूडेंट्स काफी दिनों से प्रॉब्लम से दो चार हैं। पहले जहां उन्हें बिजली ने काफी परेशान किया था, वहीं बाद में ट्यूबवेल खराब हो जाने से करीब 36 घंटे बगैर पानी के ही गुजारने पड़े थे, लेकिन इसके बाद भी उन्हें राहत नहीं मिल सकी है। इधर कुछ दिनों से उनके सामने नई प्रॉब्लम सामने आ खड़ी हुई है, लेकिन जिम्मेदार इंजीनियर कागजी कार्रवाई की बात कर मामले टाल दे रहे हैं।

डीटेल्ड प्रपोजल के लिए भेजा वापस

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में हुए बवाल के बाद जिम्मेदारों ने एक कमेटी बनाई थी। इसे मंगलवार को अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी। मगर सोमवार को जब इस मामले में डिस्कशन हुआ तो यह बात सामने आई कि कमेटी ने रिपोर्ट में सिर्फ प्रॉब्लम को ही प्वाइंट आउट किया है, उन्होंने इस बात का जिक्र नहीं किया है कि यूनिवर्सिटी के पास क्या-क्या संसाधन हैं और उन्हें अभी क्या और चाहिए? वहीं हॉस्टल की भी प्रॉब्लम को प्वाइंट आउट कर इसे भी शामिल करने के लिए रजिस्ट्रार ने कमेटी से कहा है। अब यह कमेटी कुछ दिन बाद अपनी रिपोर्ट पेश्ा करेगी।

वर्जन

छात्रों का हित यूनिवर्सिटी की प्राथमिकता है। कमेटी से हॉस्टल के साथ ही यूनिवर्सिटी से जुड़ी सारी समस्याओं को प्वाइंट आउट करने के लिए कहा गया है। रिपोर्ट आने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा।

-शत्रोहन वैश्य, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू