- यूनिवर्सिटी में अब तक नहीं पड़ सकी स्टेडियम की नींव

- साइंस कांग्रेस के दौरान सीएम अखिलेश यादव ने दी थी सौगात

- फ‌र्स्ट फेज की रकम मिलने के बाद भी नहीं शुरू हो सका काम

GORAKHPUR : 'इंतजार कब तक हम करेंगे भला' काइट्स मूवी का यह सांग भले ही किसी अलग थीम पर पिक्चराइज किया गया हो, लेकिन यूनिवर्सिटी में बनने वाले मिनी स्टेडियम के मामले में यह बिल्कुल सटीक बैठता है। करीब डेढ़ साल पहले सूबे के मुखिया अखिलेश यादव की ओर से सौगात में मिले स्टेडियम का अब भी यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को इंतजार है। इतना वक्त गुजरने के बाद भी अब तक इसके लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया।

मिल चुका है बजट

स्टेडियम के मद में यूनिवर्सिटी को काफी पहले ही लगभग ब् करोड़ का बजट मिल चुका है। यूनिवर्सिटी की ओर से साइट फाइनल भी की जा चुकी है और अब सिर्फ यूनिवर्सिटी में मिनी स्टेडियम के कंस्ट्रक्शन का इंतजार है। मगर सरकार की ओर से यह काम लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है। यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों की मानें तो करीब म् मंथ पहले ही यूनिवर्सिटी की तरफ से सभी फॉर्मेल्टी पूरी कर लोक निर्माण विभाग को फाइल भेजी जा चुकी है, लेकिन बावजूद इसके अब तक स्टेडियम की नींव तक नहीं रखी जा सकी है।

पूर्वाचल के टैलेंट को भी मिलेगा मौका

स्पो‌र्ट्स में छिपे हुए हुनर को निखारने के लिए सबसे बेहतर मौका स्कूलिंग और कॉलेज में होता है। बेसिक लेवल पर सुविधा न मिल पाने की वजह से कोई भी टैलेंट उभर का सामने नहीं आ पाता। गोरखपुर यूनिवर्सिटी में स्टेडियम तैयार हो जाने के बाद सिर्फ गोरखपुर ही नहीं बल्कि गोरखपुर यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड फ्म्9 से अधिक कॉलेजेज के स्टूडेंट्स को भी अपने टैलेंट को संवारने का मौका मिलेगा। यूनिवर्सिटी में ही सुविधा मिल जाने की वजह से उन्हें अपना हुनर दिखाने के लिए कहीं दूसरी जगह जाकर प्रैक्टिस और ट्रेनिंग करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

आ चुके हैं इक्विपमेंट्स

हालांकि स्पो‌र्ट्स में स्टूडेंट्स को बेहतर फैसिलिटी मिल सके, इसके लिए डीडीयू में बीते साल ही 7 लाख रुपए की लागत से स्पो‌र्ट्स इक्विपमेंट्स मंगवा लिए हैं। इसमें फुटबॉल, वॉलीबाल, हॉकी, बैडमिंटन, टेबल टेनिस की सभी बेसिक चीजें मंगवा ली गई हैं। इसके साथ ही एथलेटिक्स में यूज होने वाले सभी इक्विपमेंट भी शामिल हैं। इसके साथ ही स्पो‌र्ट्स को बढ़ावा देने की गर्ज से यूनिवर्सिटी में क्रिकेट नेट प्रैक्टिस पिच, बैडमिंटन कोर्ट और टेनिस कोर्ट भी बनवाया गया है।

प्रदेश सरकार ने स्टेडियम कंस्ट्रक्शन का काम लोक निर्माण विभाग को सौंपा है। यूनिवर्सिटी के एंड से सभी फॉर्मेल्टी पूरी कर फाइल लोक निर्माण विभाग को भेज दी गई है। आगे की प्रॉसेस उन्हीं को कंप्लीट करनी है।

राम गोपाल, चीफ इंजीनियर, डीडीयू