- कोच है पर स्वीमर आते हैं कम

- सुरक्षा मानकों पर नहीं है खरा

Meerut। कैलाश प्रकाश स्टेडियम में स्वीमिंग पुल तो है, लेकिन वह पूरे साल नहीं खुलता है। जिसके कारण खिलाडि़यों का ठीक से अभ्यास नहीं हो पाता है। स्वीमिंग पुल में तैरीकी सिखाने के लिए कोच भी हैं, लेकिन खिलाड़ी कम आते हैं। सुरक्षा मानकों से भी स्टेडियम का स्वीमिंग पुल खरा नहीं है।

तीन माह पहले ही हुआ है जीर्णोद्धार

स्टेडियम के स्वीमिंग पुल का तीन माह पहले ही जीर्णोद्धार कराया गया है। पहले ही दिन पुलिस के जवानों की तीन दिवसीय प्रतियोगिता शुरू हो गई थी। उसके बाद तैराकों ने आना शुरू किया।

कम ही खुलता है स्वीमिंग पुल

स्वीमिंग पुल पूरे साल नहीं खुलता है। जिसके कारण खिलाड़ी भी अभ्यास नहीं कर पाते हैं। खराब होने के कारण काफी दिन स्वीमिंग पुल बंद रहा था।

स्टेडियम में कोच तो हैं, लेकिन पूरे साल नहीं खुलने के कारण अभ्यास नहीं हो पाता है। प्राइवेट स्वीमिंग पुल वाले पैसे बहुत लेते हैं। स्टेडियम में वह पूरे साल खुले इसकी व्यवस्था करनी चाहिए।

नितिन तैराक

स्वीमिंग पुल ओपन है। उसको ऊपर टीनशेड हो जाए तो बहुत अच्छा हो जाएगा। खुला होने के कारण उसमें हवा से गंदगी आ जाती है। उसकी प्रतिदिन सफाई भी होनी चाहिए।

सुशांत तैराक

तैराकी लिए अभ्यास की सबसे ज्यादा जरूरत है। पूरे साल अभ्यास न होने के कारण दोबारा से जीरो से शुरूआत करनी पड़ती है। स्वीमिंग पुल पूरे साल खुलना चाहिए।

श्रीकांत तैराक