आराम से कटेगी गर्मी
यूनिवर्सिटी के उन स्टूडेंट्स की गर्मी आराम से कटेगी, जो यहां रहकर कॉम्पिटिटिव एग्जाम की प्रिपरेशन करना चाहते हैं। यूनिवर्सिटी के एनुअल एग्जाम के बाद भी उनका अपने रूम पर कब्जा बरकरार रहेगा। इस स्थिति में उन्हें हॉस्टल की वे सभी सुविधाएं मिलती रहेंगी, जो एकेडमिक सेशन के दौरान मिलती रही हैं। ऐसे में जाहिर है कि स्टूडेंट अपने डिफरेंट एग्जाम्स के लिए बेहतर तरीके से प्रिपरेशन कर सकेंगे। यूनिवर्सिटी के हॉस्टल खाली न कराने के डिसीजन के चलते अब उन्हें ऑफिसर्स का डर भी नहीं सताएगा.

बवाल से बचने का उपाय
सोर्सेज की मानें तो यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने ये डिसीजन स्टूडेंट्स के आक्रोश से बचने के लिया है। करेंट सेशन में तमाम मुद्दों को लेकर यूनिवर्सिटी ऑफिसर स्टूडेंट्स का आक्रोश झेलते रहे हैं। अब वे नहीं चाहते हैं कि उनका कोई भी डिसीजन स्टूडेंट्स के आक्रोश का कारण बने। हालांकि यूनिवर्सिटी ऑफिसर इस डिसीजन को स्टूडेंट्स के हित में लिया गया बता रहे हैं। उनका कहना है कि स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी की ओर से कंडक्ट कराने जाने वाले एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करने में कोई प्रॉब्लम न हो, इसलिए ये डिसीजन लिया गया है.

देना होगा प्रमाण
यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने स्टूडेंट्स को गर्मी की छुट्टी में हॉस्टल में रहने की इजाजत देने का डिसीजन तो लिया है। लेकिन इसके लिए उसने दो शर्त रखी गई है। सोर्सेज के मुताबिक हॉस्टल में रहने की इजाजत उसी स्टूडेंट्स को मिलेगी, जो ये प्रमाण देगा कि वह यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम में शामिल होगा। ऑफिसर्स के मुताबिक इसके अलावा स्टूडेंट्स को समर चार्ज के रूप में हॉस्टल की दो महीने की फीस भी सबमिट करनी होगी। इन दोनों शर्तों को पूरा करने वाले स्टूडेंट्स को ही हॉस्टल में रहने की इजाजत मिलेगी.

शुरू हो गई setting
यूनिवर्सिटी के इस डिसीजन को देखते हुए हॉस्टल में सेटिंग गेटिंग का खेल शुरू हो गया है। हॉस्टल में डेरा जमाए इल्लीगल हॉस्टलर उन स्टूडेंट्स को सेट करने में जुट गए हैं, जो लीगल हॉस्टलर हैं। हॉस्टल में डेरा जमाए रखने के लिए इल्लीगल हॉस्टलर न केवल लीगल हॉस्टलर्स को यूनिवर्सिटी का एंट्रेंस फॉर्म भरा रहे हैं बल्कि गर्मी के दिनों में रहने के लिए होने वाला खर्च भी उठाने का तैयार हैं। इतना कुछ वे केवल इस लिए कर रहे हैं। ताकि वे भी हॉस्टल में रहते हुए वहां की सभी सुविधाओं का बेनीफिट लेते हुए कॉम्पिटिटिव एग्जाम दे सकें. 

Hostel की facility
- हॉस्टलर्स को प्रोवाइड होती है मेस की सुविधा
- हेल्प के लिए हमेशा अवेलेबल रहते हैं हॉस्टल के इंप्लाईज
- हॉस्टल की लाइब्रेरी से अवेलेबल हो जाती हैं बुक्स
- हॉस्टल में रहने से मिल जाती है इंटरनेट की भी सुविधा
- इंटरटेनमेंट व न्यूज परपॅज से अवेलेबल है टीवी की सुविधा
- स्पोर्ट्स एक्टिविटी में भी शामिल होने का मिलता है मौका

ये होने हैं exam

- यूनिवर्सिटी का पीजीएटी 13, 14 व 15 मई को 
- एमबीए व एमबीएआरडी का एंट्रेंस एग्जाम 21 मई को
- थ्री इयर लॉ कोर्स का एंट्रेंस टेस्ट तीन जून को
- एलएलएम का एंट्रेंस टेस्ट आठ जून को
- यूनिवर्सिटी के बीएड का एंट्रेंस टेस्ट 14 जून को
- यूनिवर्सिटी के एमएड का एंट्रेंस टेस्ट 15 जून को
- यूपीएससी का सिविल सर्विसेज (प्री) एग्जाम 26 मई को
- यूपीएससी का इंजीनियरिंग सर्विसेज एग्जाम 28 जून को
- एसएससी का कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्जाम 19 मई को
- एसएससी का एसआई व एएसआई का एग्जाम 10 जून को
- एसएससी का जूनियर हिन्दी ट्रांसलेटर का एग्जाम दो जून

आराम से कटेगी गर्मी

यूनिवर्सिटी के उन स्टूडेंट्स की गर्मी आराम से कटेगी, जो यहां रहकर कॉम्पिटिटिव एग्जाम की प्रिपरेशन करना चाहते हैं। यूनिवर्सिटी के एनुअल एग्जाम के बाद भी उनका अपने रूम पर कब्जा बरकरार रहेगा। इस स्थिति में उन्हें हॉस्टल की वे सभी सुविधाएं मिलती रहेंगी, जो एकेडमिक सेशन के दौरान मिलती रही हैं। ऐसे में जाहिर है कि स्टूडेंट अपने डिफरेंट एग्जाम्स के लिए बेहतर तरीके से प्रिपरेशन कर सकेंगे। यूनिवर्सिटी के हॉस्टल खाली न कराने के डिसीजन के चलते अब उन्हें ऑफिसर्स का डर भी नहीं सताएगा।

बवाल से बचने का उपाय

सोर्सेज की मानें तो यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने ये डिसीजन स्टूडेंट्स के आक्रोश से बचने के लिया है। करेंट सेशन में तमाम मुद्दों को लेकर यूनिवर्सिटी ऑफिसर स्टूडेंट्स का आक्रोश झेलते रहे हैं। अब वे नहीं चाहते हैं कि उनका कोई भी डिसीजन स्टूडेंट्स के आक्रोश का कारण बने। हालांकि यूनिवर्सिटी ऑफिसर इस डिसीजन को स्टूडेंट्स के हित में लिया गया बता रहे हैं। उनका कहना है कि स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी की ओर से कंडक्ट कराने जाने वाले एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करने में कोई प्रॉब्लम न हो, इसलिए ये डिसीजन लिया गया है।

देना होगा प्रमाण

यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने स्टूडेंट्स को गर्मी की छुट्टी में हॉस्टल में रहने की इजाजत देने का डिसीजन तो लिया है। लेकिन इसके लिए उसने दो शर्त रखी गई है। सोर्सेज के मुताबिक हॉस्टल में रहने की इजाजत उसी स्टूडेंट्स को मिलेगी, जो ये प्रमाण देगा कि वह यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम में शामिल होगा। ऑफिसर्स के मुताबिक इसके अलावा स्टूडेंट्स को समर चार्ज के रूप में हॉस्टल की दो महीने की फीस भी सबमिट करनी होगी। इन दोनों शर्तों को पूरा करने वाले स्टूडेंट्स को ही हॉस्टल में रहने की इजाजत मिलेगी।

शुरू हो गई setting

यूनिवर्सिटी के इस डिसीजन को देखते हुए हॉस्टल में सेटिंग गेटिंग का खेल शुरू हो गया है। हॉस्टल में डेरा जमाए इल्लीगल हॉस्टलर उन स्टूडेंट्स को सेट करने में जुट गए हैं, जो लीगल हॉस्टलर हैं। हॉस्टल में डेरा जमाए रखने के लिए इल्लीगल हॉस्टलर न केवल लीगल हॉस्टलर्स को यूनिवर्सिटी का एंट्रेंस फॉर्म भरा रहे हैं बल्कि गर्मी के दिनों में रहने के लिए होने वाला खर्च भी उठाने का तैयार हैं। इतना कुछ वे केवल इस लिए कर रहे हैं। ताकि वे भी हॉस्टल में रहते हुए वहां की सभी सुविधाओं का बेनीफिट लेते हुए कॉम्पिटिटिव एग्जाम दे सकें. 

Hostel की facility

- हॉस्टलर्स को प्रोवाइड होती है मेस की सुविधा

- हेल्प के लिए हमेशा अवेलेबल रहते हैं हॉस्टल के इंप्लाईज

- हॉस्टल की लाइब्रेरी से अवेलेबल हो जाती हैं बुक्स

- हॉस्टल में रहने से मिल जाती है इंटरनेट की भी सुविधा

- इंटरटेनमेंट व न्यूज परपॅज से अवेलेबल है टीवी की सुविधा

- स्पोर्ट्स एक्टिविटी में भी शामिल होने का मिलता है मौका

ये होने हैं exam

- यूनिवर्सिटी का पीजीएटी 13, 14 व 15 मई को 

- एमबीए व एमबीएआरडी का एंट्रेंस एग्जाम 21 मई को

- थ्री इयर लॉ कोर्स का एंट्रेंस टेस्ट तीन जून को

- एलएलएम का एंट्रेंस टेस्ट आठ जून को

- यूनिवर्सिटी के बीएड का एंट्रेंस टेस्ट 14 जून को

- यूनिवर्सिटी के एमएड का एंट्रेंस टेस्ट 15 जून को

- यूपीएससी का सिविल सर्विसेज (प्री) एग्जाम 26 मई को

- यूपीएससी का इंजीनियरिंग सर्विसेज एग्जाम 28 जून को

- एसएससी का कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्जाम 19 मई को

- एसएससी का एसआई व एएसआई का एग्जाम 10 जून को

- एसएससी का जूनियर हिन्दी ट्रांसलेटर का एग्जाम दो जून