एडीए नहीं पूरा कर पा रहा ख्वाब 
शहरवासियों को आवास मुहैया कराने की जिम्मेदारी निभाने वाले एडीए ने अपनी जमीन, अपनी छत यानी प्लाट आवंटन पर लगभग हाथ खड़े कर दिए हैं। नवप्रयागम योजना कैंसिल होने के बाद करीब आठ साल से एडीए कोई बड़ी टाउनशिप पब्लिक के लिए नहीं ला पाया है। दो साल पहले एडीए ने झलवा व लखनऊ रोड पर टाउनशिप डेवलप करने की प्लानिंग बोर्ड मीटिंग में रखी। लेकिन, यह योजना फाइल से नहीं निकल सकी। खत्म हो चुके लैंड बैंक के बाद अब एडीए भी अपार्टमेंट बनाकर ही लोगों को घर मुहैया कराने की कोशिश में जुटा है। पिछले एक साल में एडीए ने तीन अपार्टमेंट पब्लिक को उपलब्ध करवाए हैं. 

छह अपार्टमेंट की और है तैयारी
आवासीय योजनाओं का कोई आप्शन न होने के चलते एडीए भी अपार्टमेंट की स्कीम पर डिपेंड हो गया है। एडीए के ऑफिसर्स बताते हैं कि एडीए अपनी टुकड़ों में खाली पड़ी हुई जमीन पर अपार्टमेंट डेवलप करने की तैयारी कर चुका है। छह अप्रैल को होने वाली बोर्ड मीटिंग में इनकी रूपरेखा रखी जाएगी। इसके अलावा भी एडीए छोटे-छोटे टुकड़ों में जमीन परचेज करके उस पर अपार्टमेंट तैयार करने की प्लानिंग पर काम कर रहा है। कारण यह है कि एडीए के पास लैंड बैंक नहीं है। दूसरी बात यह भी है कि लैंड बैंक बनाना भी फिलहाल एडीए को बस में नजर नहीं आ रहा है. 

FSL ने बढ़ा दी tension 
हाईकोर्ट ने बाढ़ प्रभावित एरिया की लिमिट 500 मीटर कर दी है। इसे और ब्राड रूप में देखा जाय तो नदियों की बाढ़ का पानी उच्चतम स्तर तक जाने के बाद फैलने वाले पानी के पांच सौ मीटर की दूरी में कोई स्थायी निर्माण नहीं होगा। इससे सिटी में आवासीय योजना के लिए लैंड की बड़ी क्राइसिस क्रिएट हो गई है। एडीए को अपनी महत्वाकांक्षी आवासीय योजना यह फैसला आने के बाद कैंसिल कर देनी पड़ी. 

City में कोई आवासीय योजना नहीं 
एडीए की वर्तमान समय में सिटी एरिया में एक भी आवासीय योजना न तो पाइप लाइन में है और न ही इस पर वर्क चल रहा है। एडीए ने इस बार लैंड बैंक के लिए 100 करोड़ रुपए का बजट रखा है। लेकिन, ऑफिसर्स जानते हैं कि वर्तमान समय में भूमि अधिग्रहण करना कितना मुश्किल है। शायद यही कारण है कि उन्होंने छोटी-छोटी जमीन पर भी अपार्टमेंट डेवलप करने पर काम शुरू कर दिया है. 

सिटी में लैंड की क्राइसिस है। जहां थोड़ी बहुत बची है उसकी कास्ट बहुत ज्यादा है। ऐसे में अपार्टमेंट का ऑप्शन ही बचता है। यही कारण है कि रियल एस्टेट डेवलपर्स भी अपार्टमेंट पर ही फोकस कर रहे हैं. 
प्रमोद श्रीवास्तव, एक्सपर्ट 

सिटी में स्पेस की क्राइसिस है। ऐसे में वर्टिकल डेवलपमेंट की तरफ हमें कंस्ट्रेट करना होगा। तीन तरफ से रीवर ने सिटी में ब्राउंड्री का काम किया है। वैसे भी ज्यादातर मिनी मेट्रो सिटीज अपार्टमेंट कल्चर की तरफ तेजी से बढ़ रही हैं। सभी को आवास उपलब्ध हो, इसके लिए हमें भी इस तरफ देखना पड़ेगा। वैसे हम लैंड बैंक बढ़ाने पर भी काम कर रहे हैं. 
अजय कुमार सिंह, वीसी एडीए 

96 flat, 5700 applicant 
सिटी में आशियाने को लेकर कितनी मारामारी है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मार्च इंड में सरस विहार योजना के 96 फ्लैट के लिए 5700 से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया है। एडीए की यह अपार्टमेंट योजना झूंसी में डेवलप हो रही है। वन बीएचके फ्लैट की यह योजना सिटी से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। एडीए के केके सिंह ने बताया कि फ्लैट के लिए एडीए ऑफिस में 2700 व एचडीएफसी बैंक में करीब 3000 लोगों ने फार्म जमा किए हैं। करीब दो साल के बाद एडीए इस अपार्टमेंट स्कीम को लेकर पब्लिक के बीच पहुंचा था। अपार्टमेंट स्कीम में मिले इस रिस्पांस के बाद एडीए कालिंदीपुरम में भी अपार्टमेंट डेवलप करने की तैयारी में जुट गया है.
एडीए नहीं पूरा कर पा रहा ख्वाब 

शहरवासियों को आवास मुहैया कराने की जिम्मेदारी निभाने वाले एडीए ने अपनी जमीन, अपनी छत यानी प्लाट आवंटन पर लगभग हाथ खड़े कर दिए हैं। नवप्रयागम योजना कैंसिल होने के बाद करीब आठ साल से एडीए कोई बड़ी टाउनशिप पब्लिक के लिए नहीं ला पाया है। दो साल पहले एडीए ने झलवा व लखनऊ रोड पर टाउनशिप डेवलप करने की प्लानिंग बोर्ड मीटिंग में रखी। लेकिन, यह योजना फाइल से नहीं निकल सकी। खत्म हो चुके लैंड बैंक के बाद अब एडीए भी अपार्टमेंट बनाकर ही लोगों को घर मुहैया कराने की कोशिश में जुटा है। पिछले एक साल में एडीए ने तीन अपार्टमेंट पब्लिक को उपलब्ध करवाए हैं. 

छह अपार्टमेंट की और है तैयारी

आवासीय योजनाओं का कोई आप्शन न होने के चलते एडीए भी अपार्टमेंट की स्कीम पर डिपेंड हो गया है। एडीए के ऑफिसर्स बताते हैं कि एडीए अपनी टुकड़ों में खाली पड़ी हुई जमीन पर अपार्टमेंट डेवलप करने की तैयारी कर चुका है। छह अप्रैल को होने वाली बोर्ड मीटिंग में इनकी रूपरेखा रखी जाएगी। इसके अलावा भी एडीए छोटे-छोटे टुकड़ों में जमीन परचेज करके उस पर अपार्टमेंट तैयार करने की प्लानिंग पर काम कर रहा है। कारण यह है कि एडीए के पास लैंड बैंक नहीं है। दूसरी बात यह भी है कि लैंड बैंक बनाना भी फिलहाल एडीए को बस में नजर नहीं आ रहा है. 

FSL ने बढ़ा दी tension 

हाईकोर्ट ने बाढ़ प्रभावित एरिया की लिमिट 500 मीटर कर दी है। इसे और ब्राड रूप में देखा जाय तो नदियों की बाढ़ का पानी उच्चतम स्तर तक जाने के बाद फैलने वाले पानी के पांच सौ मीटर की दूरी में कोई स्थायी निर्माण नहीं होगा। इससे सिटी में आवासीय योजना के लिए लैंड की बड़ी क्राइसिस क्रिएट हो गई है। एडीए को अपनी महत्वाकांक्षी आवासीय योजना यह फैसला आने के बाद कैंसिल कर देनी पड़ी. 

City में कोई आवासीय योजना नहीं 

एडीए की वर्तमान समय में सिटी एरिया में एक भी आवासीय योजना न तो पाइप लाइन में है और न ही इस पर वर्क चल रहा है। एडीए ने इस बार लैंड बैंक के लिए 100 करोड़ रुपए का बजट रखा है। लेकिन, ऑफिसर्स जानते हैं कि वर्तमान समय में भूमि अधिग्रहण करना कितना मुश्किल है। शायद यही कारण है कि उन्होंने छोटी-छोटी जमीन पर भी अपार्टमेंट डेवलप करने पर काम शुरू कर दिया है. 

सिटी में लैंड की क्राइसिस है। जहां थोड़ी बहुत बची है उसकी कास्ट बहुत ज्यादा है। ऐसे में अपार्टमेंट का ऑप्शन ही बचता है। यही कारण है कि रियल एस्टेट डेवलपर्स भी अपार्टमेंट पर ही फोकस कर रहे हैं. 

प्रमोद श्रीवास्तव, एक्सपर्ट 

सिटी में स्पेस की क्राइसिस है। ऐसे में वर्टिकल डेवलपमेंट की तरफ हमें कंस्ट्रेट करना होगा। तीन तरफ से रीवर ने सिटी में ब्राउंड्री का काम किया है। वैसे भी ज्यादातर मिनी मेट्रो सिटीज अपार्टमेंट कल्चर की तरफ तेजी से बढ़ रही हैं। सभी को आवास उपलब्ध हो, इसके लिए हमें भी इस तरफ देखना पड़ेगा। वैसे हम लैंड बैंक बढ़ाने पर भी काम कर रहे हैं. 

अजय कुमार सिंह, वीसी एडीए 

96 flat, 5700 applicant 

सिटी में आशियाने को लेकर कितनी मारामारी है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मार्च इंड में सरस विहार योजना के 96 फ्लैट के लिए 5700 से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया है। एडीए की यह अपार्टमेंट योजना झूंसी में डेवलप हो रही है। वन बीएचके फ्लैट की यह योजना सिटी से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। एडीए के केके सिंह ने बताया कि फ्लैट के लिए एडीए ऑफिस में 2700 व एचडीएफसी बैंक में करीब 3000 लोगों ने फार्म जमा किए हैं। करीब दो साल के बाद एडीए इस अपार्टमेंट स्कीम को लेकर पब्लिक के बीच पहुंचा था। अपार्टमेंट स्कीम में मिले इस रिस्पांस के बाद एडीए कालिंदीपुरम में भी अपार्टमेंट डेवलप करने की तैयारी में जुट गया है।