GORAKHPUR: जाम से आजिज हो चुके गोरखपुर में सैटर्डे को कमाल हो गया। गोरखपुर के अलावा पूरे पूर्वाचल से आए हजारों लोगों के बावजूद शहर में ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त थी। एक भी चौराहा ऐसा नहीं था, जहां जाम लगा हो। सपा की महारैली होने के बावजूद सिटी के सभी सड़कें खाली पड़ी थी।

यहां तक कि धर्मशाला ब्रिज, असुरन चौराहा, मोहद्दीपुर चौराहा, गणेश चौराहा, गोलघर, बेतियाहाता, एचएन सिंह चौराहा, यूनिवर्सिटी चौराहा जहां हमेशा जाम ही जाम रहता था, वहां संडे मतलब छुट्टी का माहौल था। लाखों की भीड़ सड़कों पर थी, इसके बावजूद जाम नहीं था। शायद यह कमाल सिटी के नए कप्तान एसएसपी आकाश कुलहरि का था। जिन्होंने ट्रैफिक का ऐसा प्लान बनाया, जिससे सारी प्रॉब्लम खुद सॉल्व हो गई। चौराहे, तिराहे क्या पूरी रोड पर सिपाहियों का जाल बिछा था। 8-8 कदम की दूरी पर एक सिपाही लगा था, जो ट्रैफिक को कंट्रोल कर रहा था। एक कतार में खड़े वाहनों को देख दिल्ली की याद आ रही थी। ऐसा नजारा गोरखपुर में कभी देखने को नहीं मिला। इससे वाहनों की रफ्तार जरूर धीमी थी, मगर जाम की स्थिति बिल्कुल नहीं बनी।

 

नेता जी के जाते ही हो गए उद्दंड

मुलायम और अखिलेश के इंतजार में लोग सुबह 9 बजे से ही पलके बिछाए बैठे थे। बारिश, ठंड के साथ उनके आने के बावजूद लोग अपनी जगह से हिलने को तैयार नहीं थे। मगर जैसे ही रैली खत्म हुई और मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, आजम खां हेलीकॉप्टर पर बैठने को निकले शांत बैठे लोग अचानक उद्दंज हो गए। रैली स्थल पर सजी कुर्सियां तोड़ दी तो बल्लियों में लिपटे कपड़े फाड़ दिए। रैली के चारों ओर लगी होर्डिग्स भी फाड़ने के साथ नोच ले गए। रैली खत्म होने के क्0 मिनट बाद ही पूरा परिसर उजड़ गया।