एमजीएम के चिल्ड्रेन वार्ड के बेड नं। 18 पर एडमिट एक नवजात जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि बच्चे को सांस व ब्रेन में प्रॉब्लम है। हॉस्पिटल में बच्चे को ऑक्सीजन चढ़ाया जा रहा है और मां उसके पास गुमसुम बैठी भगवान से बस उसके ठीक होने की दुआएं मांग रही है। पिता के चेहरे पर भी चिंता की लकीर साफ देखी जा सकती है। इन गरीब मां-बाप के पैसे उतने पैसे नहीं है कि वो उसे कहीं और ले जाकर उसका इलाज कराएं।

एमजीएम में नहीं है नर्सरी
एमजीएम हॉस्पिटल में नर्सरी नहीं होने के कारण वहां बच्चे का सही ढंग से ट्रीटमेंट नहीं हो पा रहा है। बच्चे का सही ढंग से इलाज हो सके, इसके लिए डॉक्टर्स ने उसे टाटा मेन हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दी है। बच्चे के पिता चंद्रशेखर शर्मा के पास उतने पैसे नहीं है कि वे अपने बेटे का ट्रीटमेंट कहीं और करा सकें। इस कारण वे एमजीएम हॉस्पिटल में ही पड़े हैैं। चार दिन के इस मासूम के ट्रीटमेंट के लिए उसकी मां बबीता दूसरे से सहायता की आस लगाए बैठी है। उसे लगता है कि कहीं से कोई फरिश्ता आएगा, जो उसके बेटे की इलाज में मदद करेगा।

पिता की चिंता व मां की ममता
बेटे का इलाज करा पाने में असमर्थ पिता चाहते हैं कि कोई उसके बेटे को गोद लेकर उसका इलाज करा दे। वहीं मां की ममता है कि वह बेटे की जुदाई बर्दाश्त नहीं कर सकती। मां बबिता चाहती है कि उसका लाल ठीक भी हो जाए और उसके पास ही रहे, जबकि पैसों के अभाव में इलाज करा पाने में असमर्थ पिता चाहता है कि उसके बच्चे को कोई एडॉप्ट कर ले, ताकि कम से कम वह जिंदा तो रहे।

गैराज में काम करते हैं चंद्रशेखर
शंकोसाई रोड नंबर 5 निवासी चंद्रशेखर शर्मा गैराज में काम करते हैैं। पिछले कुछ दिनों से वे काम पर नहीं जा रहे थे। उनका कहना है कि कुछ दिनों से उनका काम ठीक ढंग से चल रहा था। इस बीच यह प्रॉब्लम आ गई। अब वे यह सोचकर परेशान है कि क्या करें।

पहले बच्चे की भी हो गई थी डेथ
चंद्रशेखर शर्मा को इससे पहले भी एक पुत्र हुआ था। एमजीएम हॉस्पिटल में जन्म लेने के बाद पहले ही दिन शाम में उसकी डेथ हो गई थी। दूसरे बच्चे से उन्हें आस थी, लेकिन इसकी डिलेवरी 7.5 मंथ में हुई। अब इसे भी प्रॉब्लम है।

अडॉप्ट करना चाहती है महिला
सिदगोड़ा की एक महिला ने बच्चे को अडॉप्ट करने के लिए उनसे कांटेक्ट भी किया है। महिला ने फोन पर बताया कि वह बच्चे को गोद लेना चाहती है। उसने अपना नाम बताने से इंकार करते हुए कहा कि उसे एक भी बच्चा नहीं है। वैसे में वह इस नवजातको गोद लेकर उसका इलाज कराना चाहती है।