2010 से अटका काम

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और महिला डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के अपग्रेडेशन के लिए 2010 में शासन से मंजूरी मिली थी। दोनों के लिए 4-4 करोड़ रुपए का बजट था। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में जहां इनडोर व आउटडोर फैसिलिटीज का सेंट्रलाइजेशन करने का प्रपोजल था, वहीं फीमेल हॉस्पिटल में प्रेगनेंट वीमेन की जांच व डिलीवरी के लिए अपग्रेडेड इक्विपमेंट्स की व्यवस्था की जानी थी, लेकिन हॉस्पिटल के लिए समय पर टेंडर ही नहीं खोले जा सके। जबकि जिला स्वास्थ्य समिति को पैसा दिया जा चुका था। यही हाल फीमेल हॉस्पिटल का भी रहा। टाइम पर कंस्ट्रक्शन के लिए कार्यदायी संस्था का सेलेक्शन नहीं हो सका।

Map में फंसी maternity wing

फीमेल हॉस्पिटल में मैटरनिटी विंग शुरू करने की कवायद साल भर से ठंडी पड़ी है। 2012 में 100 बेड वाली स्पेशल फैसिलिटी से इक्विप्ड मैटरनिटी विंग बनाई जानी थी। इसके लिए प्राइवेट वार्ड गिराकर जमीन अवेल कराने का फैसला लिया गया। पीडब्लूडी को इसके कंस्ट्रक्शन का जिम्मा सौंपा गया। शासन से 20 करोड़ रुपए की मंजूरी मिली, लेकिन इस योजना को टाइम पर प्रपोजल न भेजने और मैटरनिटी विंग के मैप में बदलाव होने का खामियाजा भुगतना पड़ा। फिलहाल

पीडब्लूडी ने तीन मंजिला मैटरनिटी विंग के कंस्ट्रक्शन का एस्टीमेट 20 से 25 करोड़ रुपए कर दिया है। मंजूरी के लिए शासन को प्रपोजल भेजा जा चुका है।

आयुष विंग भी अधर में

फीमेल सर्जिकल वार्ड में आयुष विंग बनाए जाने की प्लानिंग भी सालों से सपना बनी हुई है। 2010 में आयुर्वेदिक, यूनानी व अन्य मेडिकल पद्घतियों को बढ़ावा देने के लिए आयुष विंग के कंस्ट्रक्शन का प्रपोजल बनाया गया। मकसद था पैथोलॉजी के अलावा इन मेडिकल पद्घतियों के लिए भी हॉस्पिटल में प्रॉपर इंतजाम किए जा सके। आयुष विंग के लिए 1 करोड़ रुपए का बजट तय किया गया। जगह भी तय हो गई, लेकिन यहां भी कार्यदायी संस्था को काम देने और टेंडर निकालने में लापरवाही की गई। हाल यह है कि आयुष विंग के कंस्ट्रक्शन के नाम पर सिर्फ नींव खोदकर जिम्मेदारी पूरी कर ली गई।

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के अपग्रेडेशन की कार्यवाही चल रही है। कार्यदायी संस्थाओं को जिम्मेदारी दी जा चुकी है। टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो गई है। मैटरनिटी विंग समेत फीमेल हॉस्पिटल के अपग्रेडेशन वाले मैप में कुछ चेंजेज किए जाने थे, जिन्हें लखनऊ भेजा चुका है। आयुष विंग की दीवार बनने का काम शुरू हो रहा है। जल्द ही बाकी कंस्ट्रक्शन भी शुरू हो जाएगा।

- डॉ। विजय कुमार यादव, सीएमओ

अपग्रेडेशन और मैटरनिटी विंग के कंस्ट्रक्शन के मैप में कुछ बदलाव के चलते थोड़ा देरी हुई है। फाइलें भेजी जा चुकी हैं। सीएमओ और शासन पर जल्द कंस्ट्रक्शन कराने की रेस्पॉन्सिबिलिटी है। जल्द ही काम शुरू होने की उम्मीद है।

- डॉ। स्नेहलता सिंह, सीएमएस, फीमेल हॉस्पिटल