RANCHI : रिम्स में सोमवार को वाटर सप्लाई नहीं होने का सीधा असर मरीज व उनके परिजनों को झेलना पड़ा। पानी की खातिर वे इधर-उधर भटकते रहे। कुछ ने बोतलबंद पानी खरीदकर अपनी प्यास बुझाई तो कुछ दैनिक दिनचर्या के लिए चापानल के भरोसे रहे। हालांकि, वाटर सप्लाई नहीं होने से इमरजेंसी व ऑपरेशन का काम प्रभावित नहीं हुआ, क्योंकि बोरिंग से यहां पानी की सप्लाई की गई। गौरतलब है कि रुक्का डैम से वाटर सप्लाई नहीं होने के कारण ही रिम्स में पानी की किल्लत पैदा हुई।

चार नए बोरिंग, फिर भी पानी की किल्लत

रिम्स पानी की किल्लत आए दिन की बात है। कभी सप्लाई वाटर ठप रहने तो कभी कुछ और कारणों से वार्डो में पानी की समस्या पैदा हो जाती है। कई बार तो पानी की किल्लत के कारण इलाज के साथ ऑपरेशन भी टाल दिए जाते हैं। ऐसे में पानी की पर्याप्त व्यवस्था के लिए यहां चार नए बोरिंग कराए गए हैं, फिर भी इससे हॉस्पिटल में पानी की जरूरतें नहीं पूरी हो पा रही है। जिस दिन वाटर सप्लाई नहीं होती है, उस दिन मरीजों को पानी की किल्लत झेलनी पड़ती है।

वर्जन

रुक्का डैम से पानी की सप्लाई नहीं होने से यहां पानी की किल्लत हो जाती है। लेकिन, इमरजेंसी और ओटी में बोरिंग से पानी सप्लाई हो रही है। पानी की किल्लत दूर करने के लिए हमने कुछ प्रस्ताव पीएचइडी को दिया है। जैसे ही प्रस्ताव मंजूर होगा तो काम शुरू कर दिया जाएगा। इससे इमरजेंसी में हॉस्पिटल को पानी मिल सके।

डॉ आरके श्रीवास्तव

डायरेक्टर, रिम्स