-City में नहीं हैं women special buses या auto rickshaws

-Women special bus चलाने की पहल ठंडे बस्ते में

-रांची में start हुई pink auto service

JAMSHEDPUR : यूं तो सिटी में करीब 30,000 ऑटो रिचशा और करीब 180 सिटी बसेज हैं। पर इसके बावजूद चाी सिटी में वूमेन स्पेशल के नाम पर किसी तरह की पचिलक ट्रांसपोर्ट की फैसिलिटी नहीं है। ऐसे में महिलाओं को हर रोज प्रॉचलम फेस करनी पड़ती है। सिटी की महिलाओं को वूमेन फ्रैंडली एटमॉस्फियर प्रोवाइड कराने को लेकर एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से चाी कोई पहल नहीं की जा रही है।

Announcement हुआ फुस्स

करीब छह महीने पहले तचकालीन एडीसी अजीत शंकर की ओर से वूमेन स्पेशल बस चलाने का ऑर्डर दिया गया चा। पर परमिट न मिल पाने के कारचा ये बस सर्विस स्टार्ट ही नहीं हो सकी। जबकि इस बस सर्विस को लेकर एक बस चाी अलॉट की जा चुकी चाी। ट्रैफिक डीएसपी राकेश मोहन सिचहा ने बताया कि सिटी में इस तरह की सर्विस स्टार्ट होना जरूरी है ताकि महिलाएं बस में फ्रैंडली और सिचयोर एटमॉस्फियर महसूस करे। उचहोंने कहा कि अगर चयूचर में इस तरह का कोई चाी प्रोजेचट स्टार्ट किया जाता है तो ट्रैफिक डिपार्टमेंट द्वारा उसका वेलकम किया जाएगा।

सीट्स reserve लेकिन

सिटी में मिनी बस एसोसिएशन की ओर से करीब 125 सिटी बसेज चलाई जा रही हैं, सचाी बसेज में 50 परसेंट सीट्स महिलाओं के लिए रिजर्व की गई हैं। पर अगर बसेज में जर्नी की जाए तो लेडीज सीट्स पर जेंट्स तशरीफ फरमाते दिचाई देते हैं। इस बाबत कंडचटर की ओर से चाी कोई सचती नहीं बरती जाती। ऐसे में चाला 50 परसेंट रिजर्वेशन का चया फायदा। जबकि दूसरी ओर जेएनएनयूआरएम बस सर्विस के तहत चलाई जा रही 50 सिटी बसेज में तो महिला सीट के नाम पर महज इक्का-दुक्का सीट्स ही हैं।

रांची में pink auto

हाल ही वूमेन सेचटी के मद्देनजर स्टेट कैपिटल रांची में एसपी राजीव रंजन की कोशिश से पिंक आटो सर्विस स्टार्ट की गई है। इस सर्विस की खासियत ये है कि ये ऑटो केवल लेडी पैसेंजर्स को ही कैरी करेगी और इसे ड्राइव करने वाली ड्राइवर चाी लेडी ही रहेगी। हालांकि इस सर्विस के तहत अचाी रांची में केवल छह ही ऑटो रिचशा स्टार्ट किये गए हैं। इचहें ड्राइव करने के लिए क्ख् लेडी ड्राइवर्स का डिचलॉयमेंट हुआ है। सिटी एसपी कार्तिक एस का कहना है कि सिटी में चाी इस तरह की सर्विस स्टार्ट करने के बारे में विचार किया जा रहा है।

अगर हमें ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का सहयोग मिला तो सिटी में चाी इस तरह की सर्विस स्टार्ट की जाएगी। फिलहाल इस मुद्दे पर विचार किया जा रहा है।

-कार्तिक एस, सिटी एसपी

सिटी में वूमेन स्पेशल बस सर्विस या ऑटो सर्विस स्टार्ट किया जाना जरूरी है। अगर ऐसा कोई प्रोजेचट स्टार्ट किया जाता है तो ट्रैफिक डिपार्टमेंट द्वारा इसका स्वागत किया जाएगा।

-राकेश मोहन सिचहा, ट्रैफिक डीएसपी