-स्कूलों में गैर हाजिर शिक्षकों की तैयारी होगी लिस्ट

- काम न करने वाले शिक्षकों को लेकर निदेशालय ने लिया निर्णय

- सर्विस बुक में भी सेवा व्यवधान का किया जाएगा उल्लेख

DEHRADUN: सरकारी स्कूलों के शिक्षक अब पढ़ाई से जी चुराने की भारी कीमत चुकाएंगे। बिना पूर्व सूचना के स्कूलों से गायब रहना, ट्रेनिंग के नाम पर स्कूल में उनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों समेत ऐसे ही दूसरे बहाने बनाकर स्कूल में गैर हाजिर रहने वाले शिक्षकों पर विभाग अब लगाम लगाने की तैयारी में हैं। विभाग ने सभी विकास खंड और जनपद स्तर पर विभिन्न माध्यमों से लगातार गैर हाजिर रहने वाले ऐसे शिक्षकों की लिस्ट तैयार करने का फैसला किया है। इसके बाद लिस्ट में आए शिक्षकों पर 'नो वर्क नो पे' के सिद्धांत पर कार्रवाई की जाएगी।

उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा के महानिदेशक डी सेंथिल पांडियन ने बताया कि लगातार स्कूलों में शिक्षकों की अनियमित उपस्थिति की जानकारी प्राप्त हो रही है। यह भी देखने में आया कि शिक्षक बिना पूर्व अनुमति के स्कूलों से उनुपस्थित रहते हैं। इसके अलावा ट्रेनिंग के नाम पर स्कूलों से कार्यमुक्त होने के बाद प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थिति नहीं देते हैं। ऐसे में विभाग ने फैसला किया है कि ऐसे शिक्षकों की एक लिस्ट तैयार की जाए। ताकि उनके खिलाफ नो वर्क नो पे के सिद्धांत पर कार्रवाई की जा सके। इसके लिए विभाग द्वारा विकास खंड और जनपद स्तर पर अधिकारियों को स्कूलों में तैनात शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। दीर्घ अवधि से अनुपस्थित शिक्षको के खिलाफ उपरोक्त कार्यवाही करते हुए उनकी सेवा पंजिका में भी सेवा में व्यवधान का उल्लेख किया जाएगा।