इनके स्वाद की बात ही कुछ और है

कांटीनेंटल फूड के शौकीन फॉरनर्स को पता भी नहीं था कि इंडियन डेजर्ट में शामिल रसमलाई, रबड़ी, गुलाब जामुन, छेना, जलेबी, इमरती, मूंगदाल और गाजर के हलवे का स्वाद क्या होता है। पिछले पांच साल से लगातार ऑर्गनाइज हो रहे साइंस कॉन्क्लेव में उनको लगातार ये चीजें परोसी जाती रहीं। कभी इनका इंट्रोडक्शन देकर तो कभी साइंटिस्ट्स इधर-उधर से तारीफ सुनकर इनकी डिमांड करते थे। इस बार इंडियन डेजर्ट को फाइनली मेन्यू में शामिल कर लिया गया है। इनके अलग-अलग तरीके की वैरायटी मौजूद है और फॉरनर्स भी इनका टेस्ट लेने के लिए फिलहाल रेडी हैं।

Last year बार-बार होती रही demand

इंडियन डेजर्ट की सबसे ज्यादा डिमांड लास्ट ईयर महसूस की गई। जितने भी नोबल साइंटिस्ट्स आए थे वह मॉर्निंग में ब्रेकफास्ट के दौरान इनको खाना पसंद कर रहे थे। यहां तक कि उनके साथ उनकी वाइव्स भी इनको लाइक कर रही थीं। इसके अलावा फॉरेन साइंटिस्ट्स और पार्टिसिपेंट्स भी जलेबी, रसगुल्ला और रसमलाई के दीवाने हो गए थे। कुछ फॉरनर्स तो बकायदा इनकी रेसिपी अपनी कंट्री लेकर गए थे, ताकि वह उसे खुद तैयार कर सकें।

करेला भी बढ़ाएगा मुंह का स्वाद

करेले के नाम पर भले ही आप नाक-मुंह सिकोड़ें लेकिन पहली बार करेला भी नोबल लॉरिएट्स की टेबल पर सर्व किया जाएगा। साइंस कॉन्क्लेव के दौरान गेस्ट्स को हॉस्पटेलिटी सर्विसेज देने वाली देहरादून की ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के फैकल्टी मेंबर आकाश रावत और रवीश कुकरेती बताते हैं कि हमारी ओर से करेले की कलौंजी, भरवा करेला, सब्जी और भी बहुत से आइटम्स तैयार करवाए जा रहे हैं। इनके बारे में गेस्ट्स को पूरी इन्फॉर्मेशन दी जा रही है। उम्मीद है कि वह इसकी डिमांड करेंगे तो सर्व जरूर किया जाएगा। साथ ही फस्र्ट टाइम परवल के आइटम्स भी डिमांड पर खाने की टेबल पर मौजूद रहेंगे।

करियर के लिए अहम science conclave

लगातार साइंस कॉन्क्लेव के दौरान हॉस्पिटेलिटी सर्विस दे रही ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी की ओर से इस बार भी 30 स्टूडेंट्स सहित तीन फैकल्टी मेंबर आए हुए हैं। इनका काम गेस्ट्स की सभी तरह की सुविधाओं का ख्याल रखना है। यहां तक कि उनको कब क्या खाने में चाहिए इसकी जानकारी इन स्टूडेंट्स को रखनी पड़ती है। फैकल्टी मेंबर रवीश बताते हैं कि हर बार साइंस कॉन्क्लेव शुरू होने से पहले मेन्यू पर पूरी रिसर्च की जाती है। जिस देश से गेस्ट्स आ रहे हैं उनकी ईटिंग हैबिट और फूड कल्चर की जानकारी जुटानी पड़ती है। साथ उनकी च्वॉइस के हिसाब से मेन्यू तैयार किया जाता है। इस इवेंट का एक्सपीरियंस इन स्टूडेंट्स के करियर में अहम भूमिका निभाता है।

अकेले पनीर के हैं 14 items

इस बार पनीर के अकेले 14 आइटम्स मेन्यू में रखे गए हैं। इसके अलावा 14 तरह की वेजिटेबल्स भी मौजूद हैं। चिकेन के भी कई रेसिपी इंट्रोड्यूस की गई हैं। कांटीनेंटल डिशेज में भी शार्टेज वेजिटेबल्स, पनीर एराबेटा, पास्ता, टोमैटो डिश, सूफले, वेज लसानिया, मेरिनेटेड चिकन विद सॉस, रोजमेरी चिकेन डिशेज तो हर बार जबरदस्त डिमांड पर रहती हैं। कुल मिलाकर इस बार डिशेज की वाइड रेंज इंट्रोड्यूस की गई हैं, जो लास्ट ईयर से ज्यादा हैं।