-लखनऊ व बनारस की तर्ज पर शहर की आउटर रिंग रोड बनाने को चीफ सेक्रेटरी से मांगी मदद

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KANPUR: आउटर रिंग रोड को केडीए और उन्नाव एडमिनिस्ट्रेशन से एनओसी मिल चुकी है लेकिन फेज-7 होने के कारण सेंट्रल गवर्नमेंट से हरी झंडी नहीं मिल रही है। इस समस्या के हल के लिए कमिश्नर ने लखनऊ व बनारस की तर्ज पर आउटर रिंग रोड बनाए जाने के लिए चीफ सेक्रेटरी से मदद मांगी है। जिससे कि सिटी में बढ़ती ट्रैफिक जाम और रोड एक्सीडेंट्स की समस्या हल हो सके।

क्0भ् किलोमीटर है लंबा आउटर रिंग रोड

सिटी से होकर गुजरने वाले ट्रैफिक को शहर के बाहर ही बाहर निकालने के लिए एनएचएआई ने आउटर रिंग रोड प्रोजेक्ट तैयार किया है। आउटर रिंग रोड के जरिए एनएच-9क्, एचएच-ख् और एनएच-ख्भ् को कनेक्ट किया गया है। जिससे अन्य सिटी से शहर में आने वाला ट्रैफिक आउटर रिंग रोड के जरिए बाहर ही बाहर निकल जाए। इसमें ट्रैफिक जाम की समस्या के हल के साथ रोड एक्सीडेंट्स में भी काफी कमी आएगी। सर्वे और एलाइनमेंट के बाद एनएचएआई को इस प्रोजेक्ट को लेकर केडीए और उन्नाव एडमिनिस्ट्रेशन से एनओसी भी मिल चुकी है, लेकिन मामला सेंट्रल गवर्नमेंट में जाकर लटक गया। जहां इस आउटर रिंग रोड के प्रोजेक्ट को फेज-7 में रखा गया है। गुरुवार को कमिश्नर मो.इफ्तिखारूद्दीन ने आउटर रिंग रोड को लेकर मीटिंग की। उन्होंने आउटर रिंग रोड देरी होती देख स्टेट गवर्नमेंट की भागीदारी के लिए चीफ सेक्रेटरी से मदद मांगी। कमिश्नर ने बताया कि स्टेट गवर्नमेंट की मदद लखनऊ व बनारस में भी रिंग रोड बनाई गई है। इससे पहले सांसद मुरली मनोहर जोशी को भी इस समस्या के हल के लिए लेटर भेजा था। कमिश्नर ने हाईपॉवर डेवलपमेंट कमेटी के कोआर्डिनेटर नीरज श्रीवास्तव को सांसद मुरली मनोहर जोशी से मिलकर इस मामले पर सहयोग लेने को कहा है।

केडीए, लीडा, यूपीएसआईडीसी उठाएगा खर्च

लखनऊ से गंगा बैराज तक मेट्रो ट्रेन के प्रोजेक्ट की फिजिविलिटी स्टडी में आने वाला खर्च केडीए, लीडा और यूपीएसआईडीसी मिलकर उठाएंगे। कानपुर के कमिश्नर को इस प्रोजेक्ट का शासन ने नोडल ऑफिसर बनाया है। इसके अलावा इस प्रोजेक्ट के लिए चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में कमेटी भी बनाई गई है। जिसमें लखनऊ व कानपुर के कमिश्नर, औद्योगिक विकास आयुक्त, प्रमुख सचिव आवास, केडीए वीसी आदि को शामिल किया गया है। गुरुवार को कमिश्नर मो.इफ्तिखारूद्दीन की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में लखनऊ मेट्रो रेल कार्पोरेशन के एमडी केशव कुमार ने भी हिस्सा लिया।

ये है मेट्रो ट्रेन का रूट

अमौसी लखनऊ से सरोजनी नगर, बंथरा-बनी तक रोड के पैरलल। इसके बाद कानपुर-लखनऊ रेलवे लाइन पर स्थित जैतीपुर रेलवे स्टेशन की ओर टर्न करके अजगैन, उन्नाव, सरैया क्रासिंग तक रेलवे लाइन के लिए पैरलल।

इन योजनाओं को फायदा

-गंगा बैराज के पार यूपीएसआईडीसी की हाईटेक सिटी

- गंगा के पार फ् हजार एकड़ में केडीए की स्मार्ट सिटी

- जैतीपुर-उन्नाव के बीच रेलवे लाइन के दोनो ओर लीडा का इंडस्ट्रियल कॉरीडोर