DEHRADUN: आजाद भारत के इतिहास में 1984 के बाद भले ही पहली बार किसी पार्टी यानी भाजपा को इतने स्पष्ट बहुमत मिलने की बात की जा रही हो, लेकिन राज्य के मतदाताओं राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों को लेकर कम आक्रोश भी नहीं था। यही वजह कि इस बार 71,29,305 मतदाताओं में से करीब 48028 वोटर्स ने नोटा (नन ऑफ द अबवव) का प्रयोग किया। करीब अड़तालिस हजार वोटर्स ने ईवीएम में नोटा का प्रयोग कर यह जताने की कोशिश की है कि उनके लिए कोई भी राजनीतिक दल और प्रत्याशी काबिलेगौर नहीं है। इसीलिए वह वे नोटा का बटन दबाने को मजबूर हैं। पौड़ी लोकसभा सीट में 8म्भ्9, टिहरी में क्07म्ख्, नैनीताल में क्0फ्ख्8, अल्मोड़ा में क्भ्ख्ब्भ् और हरिद्वार में फ्0फ्ब् वोटर्स ने नोटा यूज किया। खास बात यह रही कि कई सीट पर तो नोटा बीजेपी, कांग्रेस के बाद तीसरे नंबर पर रहा। पौड़ी में नोटा चौथे, टिहरी में पांचवें, नैनीताल में चौथे, अल्मोड़ा में तीसरे और हरिद्वार में आठवें नंबर पर रहा।