कुंभ मेला के लिए पांच एकड़ में बसाया जाएगा कला व संस्कृति का शहर

ALLAHABAD: संगम की रेती पर चार महीने बाद लगने जा रहे कुंभ के दौरान कला और संस्कृति का एक मिनी इंडिया भी बसाया जाएगा। पांच एकड़ में बसाया जाने वाला यह शहर अपने आप में अनूठा होगा। इसे 'भारतीयम' नाम से जाना जाएगा। इस शहर में जहां देश के प्रत्येक राज्यों के परिधान, व्यंजनों की खुशबू और कलाकृतियों को संजोया जाएगा। वहीं 'भारतीयम' नामक गैलरी में लाइट एंड साउंड सिस्टम के जरिए देश की प्राचीन कला व संस्कृति की चलती-फिरती प्रदर्शनी का भी नजारा दिखाया जाएगा।

एनसीजेडसीसी को जिम्मेदारी

कुंभ मेला में पहली बार देश की कला व संस्कृति पर आधारित शहर बसाने की योजना बनाई गई है। इसके लिए केन्द्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने सात राज्यों की कला व संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने वाले इलाहाबाद स्थित उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र को सौंपी है। इसे देश के अन्य छह सांस्कृतिक केन्द्रों को कोआर्डिनेट करने को कहा गया है।

थीम 'कल और आज' पर फोकस

जहां देश की कला व संस्कृति की झलक दिखाने के लिए बसाए जाने वाले शहर को भारतीय म नाम दिए जाने का निर्णय लिया गया है। वहीं शहर के परिसर में 'कल और आज' थीम पर के जरिए देश की प्राचीन कला व संस्कृति का वैभव दिखाया जाएगा। ताकि कुंभ मेला के दौरान देश-विदेश से आने वाले करोड़ो श्रद्धालुओं को अतीत व वर्तमान का नजारा दिखाया जा सके। जिसमें देश के अलग-अलग राज्यों के परिधानों व अन्य वस्तुओं को यहां बनते हुए दिखाया जाएगा।

महत्वपूर्ण तथ्य

- संस्कृति मंत्रालय के निर्देश पर कुंभ मेला में पहली बार पांच एकड़ में कला व संस्कृति पर केन्द्रित शहर बसाया जाएगा।

- लाइट एंड साउंड सिस्टम के जरिए देश की प्राचीन कला व संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा

कुंभ में देश ही नहीं दुनिया के करोड़ों लोग पहुंचेंगे। जो दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन होगा। ऐसे में हमारे सांस्कृतिक केन्द्र के द्वारा देश के अन्य छह केन्द्रों के जरिए भारत की समृद्ध परंपरा को प्रस्तुत करने पर काम किया जा रहा है।

इंद्रजीत ग्रोवर, निदेशक, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र