- मेयर की ओर से की गई थी घोषणा

- कागजों में ही कदम आगे बढ़ाए गए

LUCKNOW

वक्त गुजरता जा रहा है लेकिन अभी तक शहर का एक भी मोहल्ला आदर्श घोषित नहीं किया जा सका है। हां, कागजों में जरूर इस दिशा में कदम आगे बढ़ाए गए हैं। निगम के जिम्मेदारों की ओर से इस दिशा में कोई खास ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

मेयर ने की थी घोषणा

मेयर की ओर से फरवरी माह में घोषणा की गई थी कि हर वार्ड में एक मोहल्ला को आदर्श घोषित किया जाएगा। आदर्श से मतलब उस मोहल्ले में जनता से जुड़ी हर सुविधा उपलब्ध होगी। वर्तमान स्थिति यह है कि छह माह से अधिक का वक्त गुजर चुका है लेकिन अभी तक एक भी मोहल्ला को आदर्श घोषित नहीं किया जा सका है।

सदन में उठा मुद्दा

हाल में ही आयोजित सामान्य सदन में भी आदर्श मोहल्ला घोषित किए जाने संबंधी मामला उठा था। कई पार्षदों ने मेयर को आश्वस्त किया था कि जल्द ही वे अपने-अपने वार्ड में एक-एक मोहल्ला को आदर्श घोषित करेंगे। फिलहाल अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है। अभी तक एक भी मोहल्ला ऐसा सामने नहीं आया है, जिसे आदर्श कहा जा सके।

सिंगल विंडो सिस्टम फेल

मेयर की ओर से यह भी घोषणा की गई थी कि जनता की सुविधा के लिए सिंगल विंडो व्यवस्था को पुख्ता किया जाएगा लेकिन यह व्यवस्था भी आदर्श मोहल्ले की तरह कागजों में सिमट कर रह गई। अभी तक सिंगल विंडो व्यवस्था शुरू न होने से लोगों को अपनी समस्याएं दूर कराने के लिए इधर से उधर चक्कर काटने पड़ रहे हैं। निगम के जिम्मेदार इस दिशा में भी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

ओडीएफ पर भी सवाल

भले ही निगम की ओर से 95 वार्डो को ओडीएफ घोषित करने संबंधी तैयारी हो रही हो लेकिन एक सवाल यह है कि जब तक वार्डो में शत प्रतिशत टॉयलेट का निर्माण नहीं हो जाता, तब तक वार्ड को कैसे ओडीएफ घोषित किया जाएगा। इस समय निगम के अधिकारी-कर्मचारी अपने-अपने जोन में घूमकर जनता से अपील कर रहे हैं कि खुले में शौच न जाएं लेकिन जब जनता वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में पूछ रही है तो जवाब सामने नहीं आ रहा है।