छह माह में कैसे पूरा होगा सीवर लाइन कनेक्शन का काम

कार्यदायी संस्थाओं की सुस्ती को देखते हुए लोग उठा रहे हैं सवाल

ALLAHABAD: शहर के मकानों में सीवर लाइन कनेक्शन देने का काम निर्धारित टार्गेट से काफी पीछे है। एक लाख मकानों को 31 दिसंबर तक सीवर लाइन के कनेक्शन देने का लक्ष्य था। अभी तक मात्र 27 हजार घरों में ही कनेक्शन किया जा सका है। शेष 73 हजार मकानों में छह महीने के अंदर कनेक्शन करना हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि काम कैसे पूरा हो सकेगा?

लक्ष्य से काफी पीछे है प्रगति

शहर में सीवर लाइन का कार्य पिछले कई वर्षो से चल रहा है। बावजूद इसके अभी तक करीब 60 प्रतिशत घरों में ही सीवर के कनेक्शन हो सके हैं। इस तरह 40 फीसदी मकानों से निकला गंदा पानी अब भी नालियों व नालों से होकर गंगा व यमुना में गिर रहा है। सड़कों पर अक्टूबर तक सीवर लाइन बिछाने व 31 दिसंबर तक मकानों में कनेक्शन देने के लिए निर्धारित लक्ष्य को पूरा किया जाना है। विभागीय आंकड़े बताते हैं कि इस कार्य में लगी कार्यदायी संस्थाओं की सुस्ती योजना की मंशा पर पानी फेर रही हैं। अभी तक सीवर लाइन बिछाने का काम महज 50 प्रतिशत ही पूरा हो सका है। तकरीबन दस वर्षो से सीवर लाइन बिछाने का काम चल रहा है। वर्तमान में चार क्षेत्रों की 208 सड़कों पर सीवर लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है। करीब 800 किलोमीटर में सीवर लाइन डाली गई है। पुरानी लाइनों की भी सफाई कराई गई है।

अफसरों के सामने है बड़ी चुनौती

जिले में मानसून दस्तक दे चुका है। ऐसे में अधिकारियों के सामने दिसंबर तक घरों में कनेक्शन का काम पूरा करने की बड़ी चुनौती होगी। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई और जलकल विभाग के अधिकारी इस चुनौती पूर्ण काम को किस तरह पूरा कर पाएंगे यह आने वाला वक्त ही तय करेगा।

फैक्ट फाइल

- शहर में हैं कुल दो लाख 6 हजार 972 भवन

- 90 हजार भवनों को पहले ही दिया जा चुका है सीवर लाइन का कनेक्शन

- 27 हजार नए भवनों को सीवर लाइन कनेक्शन से जोड़ा गया

- अब तक करीब 124000 घरों में सीवर कनेक्शन हो चुका है

- 12,72,862 है शहर की कुल जनसंख्या

- 340 एमएलडी सीवरेज का पानी निकलता है प्रतिदिन

- 244 एमएलडी पानी होता है शोधित

31

दिसंबर तक एक लाख मकानों को सीवर लाइन कनेक्शन देने का लक्ष्य

27

हजार मकानों में ही अभी तक किए जा सके हैं सीवर लाइन कनेक्शन

73

हजार मकानों में छह महीने में दिए जाने हैं सीवर लाइन कनेक्शन

जहां-जहां सीवर लाइन बन रही है, केवल उन्हीं इलाकों में कनेक्शन लोगों को दिया जा रहा है। अगर किसी के घर का कनेक्शन छूट गया है, तो वह कम्प्लेन कर सकता है। पूरी कोशिश की जा रही है कि समय से काम पूरा कर लिया जाय।

पीके अग्रवाल,

जीएम, गंगा पॉल्यूशन नियंत्रण इकाई