- बम में नहीं लगा था टाइमर, सिर्फ दिखावे के लिए लगी थी घड़ी

- तार से भी एक्सप्लोसिव नहीं जुड़े थे, बम सिर्फ डराने के लिए था

- तीन संदिग्ध पकड़े गए, एक मुरादाबाद का

ALLAHABAD:

महानगरी एक्सप्रेस में रखा बम फटने के लिए नहीं था। बम को रखने का मोटिव सिर्फ दशहत फैलाना था। जो बम महानगरी के एस-थ्री कोच के टॉयलेट में मिला, वह न तो टाइमर से कनेक्ट था, न ही उसमें तार जुड़े थे। तार व घड़ी लगाकर यह जताने की कोशिश की गई थी कि यह फट सकता है। बम रखने वाला अपने मोटिव में कामयाब भी रहा। रेलवे, एनआईए, आईबी, एटीएस से लेकर एसटीएफ तक बम को रखने वालों की तलाश में यमुनापार की खाक छान रही है। तीन संदिग्ध पकड़े गए हैं जिनसे पूछताछ की जा रही है। संदिग्ध में से एक मुरादाबाद का रहने वाला बताया जा रहा है।

एक्सप्लोसिव का पता नहीं

महानगरी में मिले बम में एक्च्युअल में कौन साथ एक्सप्लोसिव था, यह अभी तक पता नहीं चल सका है। इस बारे में खुफिया एजेंसियों के अफसर भी कुछ बोलने से कतरा रहे हैं। एटीएस सूत्रों का कहना है कि जो विस्फोटक ट्रेन में मिला, वह हाई डेंसिटी का नहीं था। इसमें बारूद व जिलेटिन की छड़ों के इस्तेमाल की बात सामने आई है।

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10 करोड़ मांगे थे

रुपए मांगने वाला कोई सिरफिरा ही था। उसने रेल मंत्री से 10 करोड़ रुपए मांगे थे, वह भी किस्तों में। सरकार की मंशा जानने के लिए उसने ट्रेन के टॉयलेट में पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो लगाने को कहा था।

संदिग्धों से हो रही पूछताछ

एनआइए, एटीएस व आइबी की टीमों ने नैनी इलाके के अलावा मेजा में भी दबिश दी। नैनी से दो व मेजा से एक युवक को उठाया गया है। मेजा में पकड़ा गया युवक मूलरूप से मुरादाबाद का रहने वाला है। कौशांबी के सैनी के एक स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी के भी मामले की जांच शुरू हो गई है।

लेटर कलेक्ट किए जा रहे

लेटर से धमकी देने का यह कोई पहला मामला नहीं है। यमुनापार में एलेस्ट्रान के एमडी से नकली बम रखकर रुपए की तो डिमांड की ही गई थी, एक लेटर डॉ। अनुराग चौहान को भी भेजा गया था। उनसे दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी।

आतंक से रहा है कनेक्शन

धर्म नगरी का आतंक से गहरा कनेक्शन रहा है। वाराणसी में सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड वलीउल्ला इलाहाबाद के फूलपुर का है और 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की पटना रैली में तबाही का सामान भी यहीं से गया था। मोदी की रैली में धमाके के लिए बारूद व जिलेटिन की छड़ें आतंकियों को मेजा के एक शख्स ने अवलेबल करवाई थीं। उस शख्स को एनआईए ने अरेस्ट किया था। मोदी की रैली में एक्सप्लोसिव इलाहाबाद से भेजा गया था और बम तैयार हुआ था मिर्जापुर में। दो युवक मिर्जापुर से भी पकड़े गए थे। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट है कि इलाहाबाद में स्लीपर सेल अब भी मौजूद है।

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कश्मीरियों पर है नजर

खुफिया एजेंसियों की नजर फिलहाल कश्मीरियों पर टिकी हुई है। इलाहाबाद के कुछ बाशिंदे कुछ दिन पहले दिल्ली और कश्मीर भी गए थे। इलाहाबाद में इस वक्त दो दर्जन से अधिक कश्मीरियों के होने की बात सामने आई है। यह लोग स्टेशन के पास के होटलों में रुके हैं। आशंका जताई गई है कि इन लोगों का इस्तेमाल जेहादी एक्टीविटी में भी हो सकता है।