खुदाई के बाद मिट्टी डाल कर छोड़ दी गई हैं गलियां

वहीं अतरसुइया से कल्याणी देवी तक के बड़े नाले की नहीं हुई सफाई

ALLAHABAD: मानसून की दस्तक के साथ कभी भी झमाझम बरसात हो सकती है, लेकिन नगर निगम की तैयारी अभी भी आधी अधूरी है। प्रमुख धार्मिक स्थलों के साथ ही मंदिरों वाले इलाके कल्याणी देवी व अतरसुइया की गलियां कहीं-कहीं खुदी पड़ी हैं, तो कई जगहों पर मिट्टी डाल कर छोड़ दी गई है। ऐसे में बारिश होते ही एक तरफ जहां गलियों में जलजमाव होगा, वहीं कीचड़ की वजह से लोग फिसलकर गिरेंगे भी।

हर साल होता है जलजमाव

कल्याणी देवी व अतरसुइया की गलियां व सड़कें हर साल बरसात के मौसम में जलमाव से प्रभावित होती हैं और पानी में डूबती हैं। अतरसुइया रोड, लक्ष्मी नारायण मंदिर से लाजपत राय स्कूल तक, चढ्डा रोड, खत्री पाठशाला वाली रोड पर पिछले तीन-चार साल से लगातार बारिश के मौसम में जलजमाव होता है। क्योंकि तीन सालों में अभी तक अतरसुईया से लेकर कल्याणी देवी तक आए बड़े नाले को साफ नहीं किया गया है। वहीं सीवर लाइन भी चोक पड़ी हुई है। नाले और सीवर की सफाई न होने से इस बार भी जलजमाव की संभावना बनी हुई है।

पहले ही बन जानी थीं गलियां

अतरसुइया की गलियों में पिछले कई दिनों से सीवर लाइन डालने का कार्य चल रहा है। जिस काम को बरसात के पहले ही खत्म हो जाना चाहिए था और गलियों की मरम्मत पूरी हो जानी चाहिए थी, अभी तक खोद कर छोड़ दी गई हैं। रामलीला पजावा मैदान के आस-पास की गलियां, कल्याणी देवी, लक्ष्मी नारायण मंदिर के आस-पास की गलियां खोद कर छोड़ दी गई हैं। कहीं कहीं मिट्टी पाटी गई है।

बरसात से पहले गलियों व सड़कों की मरम्मत को लेकर सदन से लेकर नगर आयुक्त व मेयर कार्यालय तक आवाज उठाई गई। अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन बारिश के पहले की तैयारी पर ध्यान नहीं दिया गया। जिसकी वजह से परेशानी का सामना हजारों लोगों को करना पड़ेगा।

गिरी शंकर प्रभाकर

पार्षद वार्ड 79 अतरसुइया