-यूपी फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट में खुलासा, हार्ट अटैक या फिर ब्रेन हैमरेज नहीं थी वजह

-विसरा और ब्लड सैंपल की जांच रिपोर्ट आना अब भी बाकी

LUCKNOW : आईएएस अनुराग तिवारी की मौत स्वाभाविक नहीं थी, न तो उन्हें हार्ट अटैक हुआ था और न ही ब्रेन हैमरेज। यह खुलासा हुआ है यूपी फॉरेंसिक लैब द्वारा की गई उनकी हार्ट की जांच रिपोर्ट में। अब अनुराग की मौत की वजह जानने के लिये सबकी निगाहें सीबीआई जांच पर टिक गई हैं। हालांकि, विसरा और ब्लड सैंपल की जांच रिपोर्ट आना अब भी बाकी है। जिसके बाद मौत की वजह पर पड़ा पर्दा हटने की उम्मीद है।

हार्ट और आर्टरी मिली नॉर्मल

आईएएस अनुराग तिवारी के भाई मयंक तिवारी द्वारा दर्ज कराई गई हत्या की एफआईआर के विवेचक इंस्पेक्टर हजरतगंज आनंद शाही ने बताया कि आईएएस अनुराग तिवारी के शव के पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट न हो पाने की वजह से उनका ब्लर्ड सैंपल, विसरा और हार्ट को जांच के लिये यूपी फॉरेंसिक लैब भेजा गया था। हालांकि, परिजनों द्वारा लैब पर सवाल खड़ा करने के बाद पुलिस ने ब्लड व विसरा सैंपल को जांच के लिये चंडीगढ़ स्थित सेंट्रल फॉरेंसिक लैब भेज दिया था। इंस्पेक्टर शाही ने बताया कि चार दिन पहले फॉरेंसिक लैब से उन्हें आईएएस अनुराग के हार्ट की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट में बताया गया कि उनके हार्ट व उससे लिंक्ड आर्टरी नॉर्मल पोजीशन में पाई गई हैं। इसका साफ मतलब है कि अनुराग की मौत से पहले उन्हें हार्ट अटैक नहीं हुआ था। इंस्पेक्टर शाही ने बताया कि फॉरेंसिक लैब की यह रिपोर्ट मामले की जांच कर रही सीबीआई को भेज दी गई है। वहीं, ब्लड सैंपल व विसरा की जांच रिपोर्ट सीधे सीबीआई को प्राप्त होगी।

पहले ही किया था इशारा

जब पुलिस व परिजन हत्या व हादसे के बीच कयास लगा रहे थे, इसी दौरान बीती ख्ख् मई के संस्करण में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने आईएएस अनुराग तिवारी मौत को स्वाभाविक न होने का खुलासा कर दिया था। पोस्टमार्टम करने वाले फॉरेंसिक एक्सपर्ट से बातचीत के आधार पर खुलासा किया था कि न तो उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई न ही किसी अन्य वजह से, बताया था कि आशंका प्रबल है कि अनुराग के मुंह पर तकिया या अन्य कोई सामान रखकर उनकी सांस रोकी गई है। जिससे दम घुटने से उनकी मौत हो गई। यही नहीं पीएम के दौरान उनके पेट में मौजूद अधपचा भोजन भी ये गवाही दे रहा है कि डिनर के डेढ़ से दो घंटे के भीतर ही उनकी मौत हो चुकी थी। यानि कि हमने इन कयासों को भी विराम दे दिया था कि आईएएस अनुराग तिवारी की मौत सुबह नहीं बल्कि रात में ही हो गई थी।

रोड पर मिली थी डेडबॉडी

कर्नाटक कैडर के आइएएस अधिकारी अनुराग तिवारी (फ्म्) की बीती क्7 मई को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। उनका शव क्7 मई की सुबह मीराबाई मार्ग पर राज्य अतिथि गृह से करीब भ्0 मीटर दूर बीच सड़क औंधे मुंह पड़ा मिला था। मूलरूप बहराइच निवासी अनुराग मसूरी से मिड-टर्म ट्रेनिंग के बाद लखनऊ आये थे और यहां राज्य अतिथि गृह के कमरा नंबर क्9 में अपने बैचमेट एलडीए वीसी प्रभु नारायण सिंह के साथ ठहरे थे। मामले की जांच सीओ हजरतगंज अवनीश मिश्रा के नेतृत्व में गठित एसआइटी कर रही थी। हालांकि, परिजनों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। जिसके बाद प्रदेश सरकार की सिफारिश पर सीबीआई ने मामले की जांच टेकअप करते हुए बीती क्7 जून को दिल्ली में एफआईआर दर्ज की थी।