आए दिन हो रही ट्रांसमिशन की मरम्मत

24 घंटे के आदेश, 20 घंटे भी नहीं मिल रही बिजली

Meerut। बिजली विभाग को इन दिनों आपूर्ति पर नहीं बल्कि वसूली पर ध्यान है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मेरठ को 24 घंटे बिजली आपूर्ति के आदेश है। बावजूद इसके औसतन 18 घंटे की आपूर्ति मिल पा रही है।

बकाया है बहुत

बिजली विभाग में 20 करोड़ की बकायेदारी है। जिसको वसूलने में विभाग के पसीने छूट रहे हैं। यूपी पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन आलोक कुमार ने वसूली न होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।

आए दिन मरम्मत

बीते एक माह में मोदीपुरम ट्रांसमिशन व लोहिया नगर स्थित ट्रांसमिशन की कम से कम चार बार मरम्मत हो चुकी है। यह हाल तब है जब इस समय बिजली की खपत कम होती है। गर्मी में अधिक खपत होने के बाद भी कम मरम्मत की जाती है।

बिजलीघरों की आपूर्ति

साकेत - 22.45 घंटे

नौचंदी - 18.13 घंटे

रंगोली - 17.25 घंटे

लिसाड़ी गेट - 14.40 घंटे

लोहियानगर - 16.22 घंटे

हापुड़ रोड - 15.50 घंटे

बिजली तो वाकई में बहुत कटती है। कटौती का कोई टाइम नहीं है। कभी कटौती कर दी जाती है। कम से कम पहले बता देना चाहिए। जिससे व्यक्ति पहले की अपने काम कर ले।

उपासना

24 घंटे बिजली तो यह त्योहारो पर नहीं देते हैं। रोजाना कहां से देंगे। बिजली कटौती ने हद ही कर रखी है। सुबह के टाइम कटौती नहीं करनी चाहिए। सुबह का समय ऑफिस का समय होता है।

श्रेयांश

जो व्यक्ति हर बार ईमानदारी से बिजली का बिल जमा करते हैं। उनका क्या है। कम से कम उनको तो 24 घंटे बिजली देनी चाहिए। यहां तो 18 घंटे भी मुश्किल से बिजली आती है।

सोनू

बिजली कटौती कोई नई बात नहीं है। लेकिन इतना जरूर है इससे पहली सरकार बेहतर बिजली मिली। कटौती निश्चित होती थी कि इतने समय के लिए होगी। पर अब तो कुछ पता ही नहीं है कटौती कब होगी।

अंजू वर्मा

आपूर्ति सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। रही बात वसूली की तो विभाग बिजली खरीदता है। इसीलिए जितनी आपूर्ति दे रहे हैं। उतनी वसूली करनी पड़ती है। बकाएदारों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।

भागवत यादव, चीफ इंजीनियर बिजली विभाग