PATNA : मंगलवार देर शाम पांच सौ और एक हजार रुपए के नोट के बंद होने की सूचना मिलते ही राजधानी में अफरा तफरी मच गई। हर कोई एटीएम की तरफ भागने लगा। पुरुष ही नहीं महिलाएं भी अधिक संख्या में एटीएम पर पहुंच गई। कोई भी ऐसा एटीएम नहीं था जहां अचानक लोगों न लग गई हो। कोई फोन से लोगों को नोट बंद होने की सूचना दे रहा था तो कोई घर में पड़े नोटों को एटीएम के सहारे जमा करने के प्रयास में था। अफरा तफरी का ये माहौल पूरी देखने को मिला।

और एटीएम हो गए फुल

रात लगभग 8.क्भ् बजे पीएम नरेंद्र मोदी ने नोटों के बंद होने की घोषण की। इस घोषणा के महज क्भ् मिनट बाद ही एटीएम पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। देखते ही देखते एटीएम फुल हो गए। हर कोई मोबाइल पर बिजी हो गया। वह खुद तो पैसा निकालने और जमा करने में लगे ही थे अपने लोगों को भी अलर्ट करने में जुट गए। राजधानी के पाटलिपुत्रा, राजीवनगर, बोरिंग रोड, बेली रोड के साथ पटना सिटी और अन्य प्रमुख स्थानों पर लगे एटीएम में भारी भीड़ दिखी।

वायरल होने लगे मैसेज

नोट बंद होने की जानकारी मिलते ही मोबाइल पर संदेश वायरल होने लगे। इससे ऐसे लोगों तक ये जानकारी पहुंच गई जो टीवी नहीं देख पाए थे। व्हाट्सएप पर नोट के बंद होने के मैसेज दनादन पोस्ट होने लगे। कई ग्रुप में तो ऐसे मैसेज वायरल हो रहे थे जिसमें आने वाले नए नोट को दिखाया गया है।

पटनाइट्स के माथे पर दिखी चिंता की लकीरें

पांच सौ और हजार के नोट बंद होने से हर व्यक्ति के माथे पर चिंता की लकीर दिखी। कोई एटीएम और बैंक बंद होने की चिंता में पड़ा था तो कोई एक दो दिन में कैसे घर खर्च चलेगा इस परेशानी में था। अधिकतर लोगों को घर में पड़े पांच सौ और हजार के नोट निकालने की चिंता लगी थी। ऐसे लोगों की संख्या अधिक थी जो नोट को एटीएम के जरिए जमा करने में लगे थे।

सभी ने माना हजार के नोट बंद होने से भ्रष्टाचार पर लगेगा अंकुश

कालेधन और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दिशा में ये फैसला बड़ा व ऐतिहासिक है। इसका प्रभाव देश की आर्थिक व्यवस्था पर भी पड़ेगी। उम्मीद है कि अब देश से कालेधन का अंत हो जाएगा।

- जीतनराम मांझी, पूर्व सीएम

ये एतिहासिक फैसला है और इस पर देश पीएम के साथ है। अब देश से कालाधन हमेशा के लिए चला जाएगा। भ्रष्टाचार के ताबूत पर प्रशासन की ये आखिरी कील है।

- डॉ। दानिश रिजवान, राष्ट्रीय प्रवक्ता हम

कालाबाजारी के लिए ये फैसला सम्मानजनक है, लेकिन इसे लागू करने के लिए समय सीमा और बढ़ानी चाहिए। अगर समय सीमा नहीं बढ़ी तो आम जनता को काफी परेशानी होगी। सरकार को जनता की सुविधा पर विशेष ध्यान देना होगा।

- निखिल मण्डल, प्रवक्ता जेडीयू

कालाधन जिन लोगों के पास है उनके दिल में बेचैनी शुरू हो गई है। सरकार का ये कदम ठीक है लेकिन जो समय सीमा निर्धारित की है उसे बढ़ाना चाहिए। क्योंकि बहुत लोगों को समस्या होगी। ये आम आदमी के लिए परेशानी का सबब भी है।

- कौकब कादरी, वाइस प्रेसीडेंट, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी

सरकार के इस फैसले से आम लोगों को काफी समस्या हो जाएगी। जनता की समस्या पर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए और समय सीमा बढ़ाना चाहिए।

- देवल सिंह, आईएसएम पटना

अब इसका असर कारोबार पर भी पड़ेगा। इस फैसले से एक नंबर का काम करने वाले हजार पांच सौ का नोट लेंगे लेकिन, काले कारोबारियों को धन रखने में परेशानी होगी।

- शशिशेखर रस्तोगी, अध्यक्ष स्वर्ण व्यवसायी

दो बड़े नोट के बंद होने से नकली नोट के कारोबारी और कालाधन रखने वालों पर अंकुश लगेगा। देश में अवैध कारोबारियों पर लगाम लगेगा। हांलांकि कुछ दिन आम जनता को परेशानी भी होगी।

- बॉबी जुनेजा, बूटिक संचालिका

देश से ?लैकमनी कम हो जाएगी जिससे भारत तरक्की करेगा। लोगों को थोड़ा और समय देना चाहिए जिससे आम जनता को राहत मिल सके। देश के लिए यह शुभ संकेत है।

- सौरभ झुनझुनवाला, स्टाकिस्ट

ये केंद्र सरकार का ठोस कदम है। कालाधन बाहर आएगा। पीएम मोदी के इस फैसले से देश में बड़ी क्रांति आएगी।

- प्रदीप सिंह , अध्यक्ष पटना सिटी व्यापार मंडल

जाली नोट के कारोबार से लेकर काले कारोबारियों पर अंकुश लगेगा। हवाला का कारोबार भी अब खत्म हो जाएगा। देश के विकास में मोदी का ये फैसला अहम साबित होगा।

- डा। एसए कृष्णा, एक्स एचओडी, एनएमसीएच

इससे कारोबार फिलहाल कुछ हद तक प्रभावित होगा। क्योंकि अधिकांश काम बिना लिखापढ़ी के होता है। मध्यम कारोबारियों को परेशानी काफी बढ़ जाएगी।

- जौहर इमाम जौनी, इलेक्ट्रानिक्स कारोबारिया

पीएम नरेंद्र मोदी का फैसला स्वागत योग्य है। इस फैसले से भ्रष्टाचार और कालेधन पर अंकुश लगेगा। इससे आर्थिक स्थित में उतार-चढ़ाव होगा लेकिन इसके बाद आर्थिक अपराध के मामलों भी काफी हद तक रुक जाएंगे।

- आनंद माधव, प्रिंसपल कंसल्टेंट, जीआरसी

ये फैसला स्वागत योग्य है और निश्चित तौर पर इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। लेकिन आम लोगों को परेशानी भी होगा। ऐसे में नीति और नीयत का तालमेल करना असंभव है।

- रजनीकांत पाठक, सामाजिक कार्यकर्ता

सरकार का ये फैसला अच्छा है। अपनी नीति को साफ कर दिया है। इससे जमा किया गया कालाधन बाहर आ जाएगा।

-अजय कुमार सिन्हा

अचानक से कोई एतिहासिक फैसला नहीं सुनाया जाता। ज्यादा वक्त भी नहीं दिया गया। इससे आम आदमी बेवजह परेशान होंगे। किसी के पास बैंक बैलेंस हो तो सरकार की मंशा उसे भी काले धन में त?दील करने की है।

-प्रीति

देशहित में सरकार का ये फैसला काफी अच्छा है। डेवलपमेंट के लिए इस तरह के कदम उठाना जरूरी है। नए करेंसी के आने से ?लैक मनी बाहर आएगा।

-डा। आशुतोष

पैनिक हैं न्यूज देख कर। बुधवार को भतीजे को कोटा जाना है। घर में भ्00-क्000 के नोट थे। एक घंटे लाईन में लगे होने के बाद पैसों को एटीएम से जमा करना पड़ा।

-शंभूनाथ