- हेलीपैड बनाने के लिए केजीएमयू कर रहा तैयारी

- आरएनएन को दी गई सर्वे की जिम्मेदारी

LUCKNOW: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में भी एयर एम्बुलेंस की सुविधा मिल सकेगी। इसके लिए केजीएमयू प्रशासन ने हेलीपैड बनाने के लिए जगह चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया है। तीन जगहों को चिन्हित कर राजकीय निर्माण निगम को सर्वे रिपोर्ट देने को कहा गया है। साथ ही केजीएमयू प्रशासन ने शासन को हेलीपैड बनाने और एयर एम्बुलेंस खरीदने के लिए प्रस्ताव भी बनाकर भेज दिया है।

ट्रॉमा में नहीं बन सकता हेलीपैड

केजीएमयू के अधिकारियों के मुताबिक ट्रॉमा सेंटर में हेलीपैड का सही यूज हो सकता। मरीज उतर कर सीधे ऑपरेशन थिएटर में जा सकता है। लेकिन अधिकारियों ने जब इसके लिए आर्किटेक्ट, राजकीय निर्माण निगम, व अधिकारियों के साथ बैठक की तो पता चला कि ट्रॉमा में हेलीपैड नहीं बनाया जा सकता। क्योंकि ट्रॉमा सेंटर की की बिल्डिंग एक नहीं बल्कि तीन बिल्डिंग्स का समूह है। जो आपस में कनेक्टेड हैं। अगर इसके ऊपर बनाया गया तो इसमें जर्की लैंडिंग या एयर प्रेशर के कारण क्रैक हो सकते हैं। जिससे बिल्डिंग के साथ साथ मरीजों को भी दिक्कत हो सकती है। ट्रॉमा की बिल्डिंग को डिजाइन करते समय इस बात का ध्यान नहीं रखा गया कि भविष्य में इस पर हेलीपैड बन सकता है।

तीन और जगह हुई चिन्हित

केजीएमयू के डीएमएस डॉ। वेद प्रकाश ने बताया कि केजीएमयू प्रशासन ने राजकीय निर्माण निगम अधिकारियों के साथ मिलकर तीन अन्य जगहें चिन्हित की गई हैं। इनमें सरदार पटेल हॉस्टल ग्राउंड, वीसी आफिस के सामने की जगह और शताब्दी हॉस्पिटल के पास इसमें कहा गया है कि अन्य प्वाइंट पर हेलीपैड एक्सपलोर किया है। अब आरएनएन को इनकी सर्वे रिपोर्ट देनी है उसके बाद आगे का निर्णय हो सकेगा। उन्होंने बताया कि एम्स में पहले से ही हेलीपैड है। जब कभी जरूरत पड़ी तो मरीजों को लाया जा सकता है। ऐसी ही केजीएमयू में भी व्यवस्था होनी है। ताकि कभी ऐसी जरूरत पड़ने पर मरीजों को एयर एम्बुलेंस के द्वारा शिफ्ट किया जा सके।

खरीदी जा सकती है एक एयर एम्बुलेंस

सूत्रों के मुताबिक केजीएमयू प्रशासन ने इसके लिए प्रमुख सचिव एविएशन और प्रमुख सचिव हेल्थ को प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है। जिसमें एक एम्बुलेंस खरीदी जा सकती है। एक एम्बुलेंस का खर्च कम से कम भ् करोड़ आ सकता है। सुविधाएं बढ़ाने पर यह फ्0-फ्भ् करोड़ की भी हो सकती है।

केजीएमयू में इलाज और पढ़ाई का स्तर सुधारने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के तहत हर प्रकार की तकनीक भी उपलब्ध कराई जाएगी। केजीएमयू में भी एम्बुलेंस की सुविधा होनी चाहिए। इस पर काम करे हैं। ताकि मरीजों को जरूरत के समय मदद की जा सके।

प्रो। रविकांत, वीसी केजीएमयू