नगर निगम के खिलाफ कोर्ट ने आदेश की अवमानना का नोटिस जारी किया है

आबादी के बीच डंपिंग ग्राउंड बनाने के मामले में एनजीटी पहुंचा मामला

Meerut। गांवडी और मंगतपुरम के बाद अब गढ़ रोड पर शास्त्रीनगर सेक्टर 5 में बने अस्थाई डंपिंग ग्राउंड के मामले में निगम दोबारा फंसता जा रहा है। शास्त्रीनगर जैसी रिहायशी और आबादी से घिरी जगह पर कूड़ा घर बनाने से आसपास के क्षेत्र के लोगों को लगातार बदबू और गंदगी से रुबरु होना पड़ रहा है। इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता लोकेश खुराना की याचिका पर कोर्ट ने नगर निगम के खिलाफ आदेश की अवमानना का नोटिस जारी किया है।

सड़क तक फैला कूड़ा

शहर के 132 के करीब जगह पर निगम ने बिना किसी प्लानिंग और जनता की सहमति के डंपिंग ग्राउंड बना दिए। इनमें से एक शास्त्रीनगर के खसरा नंबर 6041 पर बने अस्थाई डंपिंग ग्राउंड को निगम ने करीब सवा साल पहले शुरू किया था। इस जगह पर शास्त्रीनगर समेत आसपास की वैशाली कालोनी, बैंक कालोनी, जय देवी नगर, सम्राट कालोनी, रामबाग आदि कालोनियों का हजारों टन कूड़ा रोजाना आकर गिरता है। जिससे डंपिंग ग्राउंड के आसपास रहने वाले लोगों और व्यापारियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। हालत यह है कि कूड़ा अपनी निर्धारित जगह से बाहर फैलता हुआ सड़क तक पहुंच गया है।

हाईकोर्ट की फटकार

दिल्ली रोड स्थित मंगतपुरम में नगर निगम ने डंपिंग ग्राउंड बनाकर उसमें कूडे़ का पहाड़ बना दिया है। इस मामले में आरटीआई विशेषज्ञ लोकेश खुराना की शिकायत पर हाईकोर्ट ने नगरायुक्त को फटकार लगाते हुए 6 सितंबर तक कूडे़ का ढेर हटाने का समय दिया हुआ है। साथ-साथ रिहायशी इलाके में डंपिंग ग्राउंड ना बनाने की चेतावनी जारी की गई थी। कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर गत वर्ष निगम ने शास्त्रीनगर में डंपिंग ग्राउंड बना दिया। अब इस मामले में दोबारा निगम के खिलाफ हाईकोर्ट ने अवमानना का नोटिस जारी किया है।

डंपिग ग्राउंड को अस्थाई तौर पर आसपास का कूड़ा एकत्र करने के लिए निर्धारित किया गया है। वहां से रोजाना बडी गाडि़यों से कूड़ा उठाया जाता है।

अली हसन कर्नी, अपर नगरायुक्त

शहर में 132 जगहों पर ओपन डंपिंग ग्राउंड बने हुए हैं। किस आधार पर यह डंपिंग ग्राउंड रिहायशी इलाकों में बनाए गए। इसका जवाब नगरायुक्त से मांगा गया है और याचिका दायर की गई है। इस कूडे़ से आम लोगों का जीना दूभर हो चुका है बीमारियां पनप रही हैं।

लोकेश खुराना, आरटीआई विशेषज्ञ

इस कूडे़ के कारण व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है। बैंक्वेट हॉल में शादियों के दौरान कूडे़ की बदबू से माहौल खराब रहता है इसलिए अब बुकिंग तक मिलनी कम हो गई हैं।

बाल सिंह, अक्षय पैलेस

डंपिग ग्राउंड के बाहर दर्जनों फूलों की दुकाने हैं लेकिन फूलों की खुशबू पर कूड़े की बदबू हावी हो चुकी है। अब गंदगी के कारण ग्राहक यहां आना भी पसंद नहीं करते।

मनवीर

यात्रियों की सुविधा के लिए सिटी बसों का स्टॉपेज यहां बनाया गया था लेकिन इसके बराबर में ही डंपिंग ग्राउंड बनने से स्टॉपेज बंद हो गया है।

कमल