बॉस इज आलवेज राइट की थ्योरी पर चलने वाली हजरतगंज पुलिस परेशान है। उसके सामने एक ऐसा मामला है जिसमें पुलिस को अपने ही बॉस की जांच करनी है। जो कल तक उसी का अफसर था और अब सस्पेंड हो चुका है। मामला थाने परिसर में ही रहने वाले दो अफसरों की मारपीट की जांच का है।

यह अफसर हैं पूर्व एएसपी पूर्वी बीपी अशोक और पूर्व सीओ अनूप कुमार। हालांकि इस केस की तफ्तीश कौन करेगा अभी यह तय नहीं हो पाया है लेकिन तफ्तीश हजरतगंज के ही किसी दरोगा को करनी है। हजरतगंज पुलिस के सामने यह एक अलग तरह का चैलंज है।

मामला संडे की रात का है जब अपने ऑफिस से निकल रहे आईबीएन 7 के ब्यूरोचीफ शलभमणि त्रिपाठी और मनोज राजन त्रिपाठी पर एएसपी ईस्ट भीम प्रिय अशोक और सर्किल अफसर हजरतगंज, अनूप कुमार द्वारा किये गये हमले का केस उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद हजरतगंज कोतवाली  में दर्ज किया गया था। एएसपी और सीओ के खिलाफ जांच कौन करेगा यह दो दिन बाद भी यह तय नहीं हो पाया है। जबकि एफआईआर में लिखा है कि एप्लीकेशन पर अनुसंधान प्रारंभ किया गया।

जांच करने वाले अधिकारी के नाम की जगह अदर्स और पद एसआई (सब इंस्पेक्टर) लिखा है। साथ में एक नम्बर 5523010 भी लिखा है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या एक दरोगा एक अफसर के खिलाफ निष्पक्ष जांच कर पायेगा जो कल तक उसी का बॉस था?  हालांकि थाने वालों को इंतजार है डीआईजी आफिस से मिलने वाले रिस्पांस का।