- हापुड़ में शव को अमानवीय तरीके से ले जाने का मामला

LUCKNOW:

हापुड़ में गोकशी की सूचान पर युवक की पीटकर हत्या के बाद उसके शव को पुलिस की मौजूदगी में अमानवीय तरीके से घसीटकर ले जाने के मामले में डीजीपी मुख्यालय ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए 'सॉरी' बोला है। साथ ही इस मामले में एक्शन लेते हुए शव को ले जाने वाले इंस्पेक्टर व दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया है। हालांकि बाद में यह भी सामने आया कि गोकशी की सूचना पर युवक को पीटकर मारने वाली भीड़ से बचाने के लिए पुलिस ने आनन-फानन में ऐसा किया। फिलहाल डीजीपी ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए है।

सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

दरअसल सोमवार को हापुड़ के पिलखुवा के बझैढ़ा खुर्द गांव ग्रामीणों ने गोकशी की सूचना पर कासिम नामक युवक को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गयी। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। गुरुवार को इस मामले से जुड़ा एक फोटो वायरल हो गया जिसमें एक इंस्पेक्टर और दो सिपाहियों की मौजूदगी में भीड़ कासिम के शव को घसीटकर ले जा रही थी। बाद में इसे लेकर लेखक नीलेश मिसरा ने डीजीपी, मुख्यमंत्री कार्यालय और यूपी पुलिस को टैग करते हुए ट्वीट कर दिया। इसका संज्ञान लेते हुए डीजीपी मुख्यालय ने भी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए माफी मांगी और ट्वीट करके सफाई दी कि यह तस्वीर उस दौरान की है जब पुलिस सूचना पाकर मौके पर पहुंची और एंबुलेंस न होने के कारण घायल को उठाकर इस तरह से पुलिस की गाड़ी की ओर ले जाया जा रहा था। यह भी स्वीकारा कि पुलिसवालों को ज्यादा संवेदनशीलता बरतनी चाहिए थी। एक व्यक्ति का जीवन बचाने और लॉ एंड आर्डर काबू रखने की जल्दबाजी में मानवीयता भूल हो गई। डीजीपी मुख्यालय ने एक अन्य तस्वीर को भी ट्वीट किया जिसमें घायल को यूपी 100 की पीआरवी में बैठाकर अस्पताल ले जाया जा रहा है।