-आईजीआईएमएस में कई विभाग के एचओडी भी बीमार

PATNA: डेंगू का अटैक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आम आदमी की कौन कहे यहां तो डॉक्टरों को भी ये परेशान कर रहा है। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में एक दर्जन से अधिक डॉक्टर और मेडिकल कर्मचारी डेंगू और चिकनगुनिया से परेशान हैं। कई विभागों के एचओडी के साथ मेडिकल स्टूडेंट अस्पताल में भर्ती हैं। डॉक्टरों का आरोप है कि कैंपस में गंदगी के कारण बीमारी का अटैक हो रहा है। ये पहला मामला नहीं है पूर्व में भी कई डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ संक्रमण के शिकार हो चुके हैं।

सीनियर भी चपेट में

इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या एक के बाद एक बढ़ रही है। संस्थानों के डॉक्टरों से मिली जानकारी के मुताबिक गैस्ट्रो विभाग के एक सीनियर डॉक्टर डेंगू से जबकि कम्युनिटी मेडिसिन के एक डॉक्टर चिकनगुनिया से पीडि़त हैं। एमबीबीएस ख्0क्भ् बैच के स्टूडेंट खेतान कश्यप, ख्0क्म् बैच के एमबीबीएस स्टूडेंट शशि भूषण और गौरव सिंह चौहान डेंगू से परेशान हैं। मेस इंचार्ज राज कुमार और उनके पुत्र मनीष भी डेंगू से पीडि़त हैं। इसके साथ ही अधिक संख्या में नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ भी डेंगू और चिकनगुनिया की चपेट में आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि कई सफाई कर्मचारी और गार्ड पर भी डेंगू ने अटैक किया है। कैंपस में साफ-सफाई और दवा छिड़काव को लेकर प्रशासन उदासीन है।

डॉक्टरों में काफी आक्रोश

इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ में काफी आक्रोश है। उनका कहना है कि कैंपस की गंदगी का कहर डॉक्टरों और स्टाफ पर पड़ रहा है। यहां इतनी गंदगी है जिससे दिन में मच्छरों का प्रकोप रहता है और इसी में से डेंगू के मच्छर होते हैं। डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ का कहना है कि जब भी संक्रमण का समय आता है यहां डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ परेशान हो जाते हैं। संस्थान के जिम्मेदार सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं हैं जिससे आए दिन कोई न कोई बीमार हो जाते हैं। संस्थान के कैंपस में ही इंसीनेटर की चिमनी लगी है जिसका धुआं कैंसर वार्ड व अन्य वार्ड में पहुंचता है। इसके धुएं के कारण भी अब तक कई डॉक्टर संक्रमण के शिकार हो चुके हैं। यहां आए दिन चेस्ट इंफेक्शन के साथ अन्य परेशानी होती है। संस्थान के जिम्मेदारों का कहना है कि साफ-सफाई को लेकर हम पूरी तरह से एक्टिव हैं।