-बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी के पीजी छात्र के सामने बड़ी चुनौती

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र्रून्स्नस्नन्क्त्रक्कक्त्र/क्कन्ञ्जहृन्: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय शायद दुनिया का एकलौता संस्थान होगा, जहां छह महीने के कोर्स में स्टूडेंट्स को सिर्फ नौ दिन दिए जा रहे। नौ दिन के अंदर एडमिशन लिया जाएगा, फॉर्म भी भरवा लिया जाएगा और परीक्षा भी शुरू हो जाएगी। यहां पढ़ाई, परीक्षा और रिजल्ट का भगवान ही मालिक है। यह निर्णय है पीजी थर्ड सेमेस्टर 2015-17 सत्र के स्टूडेंट्स के लिए है, जिनका सेकेंड सेमेस्टर का रिजल्ट 7 सितंबर को आधा-अधूरा आया है। वे विद्यार्थी अभी अपने पेंडिंग रिजल्ट को क्लीयर कराने के लिए अधिकारियों का चक्कर काट रहे, इतने में उनके सामने थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा आ गई। उसका कार्यक्रम भी घोषित हो चुका है। इस कार्यक्रम के मुताबिक शनिवार यानी 15 सितंबर से फॉर्म भरे जाएंगे। अगले नौ दिनों के बाद 24 सितंबर से उनकी परीक्षा भी शुरू हो जाएगी।

विद्यार्थियों ने कहा कि परीक्षा लेने के बाद 15 दिसंबर से फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा की तिथि भी घोषित की जा चुकी है। इस प्रकार 83 दिनों में थर्ड व फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा हो जाएगी। बता दें कि एलएस कॉलेज में पीजी सेकेंड सेमेस्टर में कुल 41 विद्यार्थी थे, जिनमें 19 प्रमोट हैं, 16 फेल हैं और 5 ही पास हो पाए।

सत्र नियमित करना जरूरी

प्रोवीसी डॉ। आरके मंडल ने कहा कि रिजल्ट तो वाकई खराब हुआ है, कुलपति इसपर निर्णय करेंगे। रही बात नौ दिनों में छह महीने का कोर्स पूरा करने की तो यह सब सत्र नियमित करने के लिए करना पड़ रहा। राजभवन का आदेश भी है। ऐसे जुलाई में सेकेंड सेमेस्टर की परीक्षा खत्म हो चुकी थी, तो यह माना जा रहा है कि छात्र उसके बाद अगले सत्र की पढ़ाई और तैयारी कर रहे हैं। बावजूद कोर्स इतने समय में पूरा होना मुश्किल है। मगर, विद्यार्थियों को भी इस मुद्दे पर समझौता करना चाहिए।