-केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे बोले, बिहार के हर जिले में घूमेंगी खाद्य पदार्थ जांचने वाली मोबाइल वैन

PATNA: बिहार में खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता जांचने के लिए अब जिलों में वैन घूमेंगी। साथ ही दस करोड़ रुपए की लागत से आधुनिक लैब स्थापित की जाएगी। लैब कहां बनेगी और कब से निर्माण प्रारंभ होगा इसे सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्रालय की टीम जल्द ही बिहार आएगी। यह घोषणा बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्रि्वनी चौबे ने स्वस्थ भारत यात्रा के तहत आयोजित स्वास्थ्य मेला के उद्घाटन समारोह में की। स्वास्थ्य मेला का आयोजन श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में किया गया।

19.60 करोड़ लोग हैं कुपोषित

आज विश्व में दो सौ करोड़ लोग खाद्य पदार्थो में गुणवत्ता की कमी की वजह से कुपोषण के शिकार हैं। इनमें से अकेले भारत में 19.60 करोड़ लोग कुपोषित हैं। दस लाख बच्चे हर वर्ष कुपोषण की वजह से असमय काल के गाल में समा जाते हैं। मंत्री ने कहा कि बिहार में आज 60 लाख बच्चे कुपोषण का शिकार हैं। यह बातें बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्रि्वनी चौबे ने स्वस्थ भारत यात्रा के तहत आयोजित स्वास्थ्य मेला के उद्घाटन समारोह में कही। स्वास्थ्य मेला का आयोजन श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में किया गया। उन्होंने कहा कि कुपोषण की वजह से इनका शारीरिक और मानसिक विकास अवरुद्ध हो जाता है। मंत्री ने कहा कि पौष्टिक और स्वच्छ भोजन से सभी बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है। हॉल में उपस्थित लोगों से फोर्टिफाइड चीजें भोजन में खाने का आह्वान किया।

मिले मोबाइल जांच वाहन

मंत्री ने कहा कि सुरक्षित और पौष्टिक भोजन के जरिए ही कोई देश स्वस्थ और मजबूत बन सकता है, लेकिन बिहार में खाने की गुणवत्ता जांच की कोई समुचित व्यवस्था नहीं। इसलिए केंद्र सरकार ने बिहार में आधुनिक लैब स्थापित करने का प्रस्ताव स्वीकृत कर दिया है। साथ ही बिहार को दो मोबाइल वैन भी दी गई है। ये अलग-अलग जिलों में घूमकर खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता जांच करेंगे। इन दो वाहनों की कीमत बीस लाख रुपए हैं। मोबाइल खाद्य पदार्थ जांच वाहनों के रखरखाव को केंद्र सरकार प्रत्येक वर्ष दस लाख रुपए देगी।

बीमारियां खत्म करने का लक्ष्य

मंत्री ने कहा भारत सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2025 तक भारत को कई प्रकार की बीमारियों से मुक्त करने की योजना बनाई है। टीबी को 2025 तक समाप्त किया जाना है। कालाजार और कुष्ठ को 2020 तक समाप्त करने का हमारा लक्ष्य है। लेकिन यह लक्ष्य तभी प्राप्त किया जा सकता है जब लोगों को स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण भोजन मिले।

20 तक डेढ़ लाख वेलनेस सेंटर

मंत्री ने इस दौरान आयुष्मान भारत योजना की चर्चा की और कहा कि गरीबों के स्वास्थ्य से जुड़ी इस योजना से देश भर में दस करोड़ परिवार के 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य लाभ देने की योजना है। 2020 तक केंद्र सरकार ने देश भर में डेढ़ लाख वेलनेस सेंटर बनाने का लक्ष्य रखा है। समारोह को स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव राधेश्याम, शाह, नोडल फूड सेफ्टी अफसर कौशल किशोर, एफएसएसआइ के उपनिदेशक प्रफुल्ल रंजन, रोहिणी सरन, केएचपीटी के डॉ। कृष्णमूर्ति समेत दूसरे अधिकारियों ने संबोधित किया। इस अवसर पर काफी संख्या में पटनाइट्स मौजूद थे।

विटामिन युक्त खाद्य सामग्री लांच

स्वास्थ्य मेला के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्निी चौबे ने खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण द्वारा मान्यता प्राप्त कई फोर्टिफाइड खाद्य सामग्री लांच की। इनमें विटमिन ए डी युक्त खाने का तेल, दूध और नमक हैं। इन पदार्थो को भारद्वाज ब्रदर गया, रिया ट्रेडर्स, लक्ष्मी फूड प्रॉडक्ट्स, दुर्गा शक्ति ऑयल इंडस्ट्रीज, अनु्रज डेयरी और कल्याण प्लस द्वारा बनाया गया है।