- उत्तराखंड सरकार की नई पहल, युवाओं को स्थानीय बोलियों से जोड़ने के लिए शुरू होगी पहल

- हर यूनिवर्सिटी में एक-एक गढ़वाली-कुमाउंनी बोली के लिए लर्निग सेंटर खोलने का ऐलान

देहरादून, स्थानीय बोलियों के संरक्षण और युवाओं को उनसे रूबरू कराने के लिए सरकार नई पहल शुरू करने जा रही है। राज्य की हर यूनिवर्सिटी में स्थानीय बोलियों को सिखाने के लिए लर्निग सेंटर बनाए जाएंगे। उच्च शिक्षा मंत्री डा। धन सिंह रावत ने बताया कि हर यूनिवर्सिटी को अपने यहां अनिवार्य रूप से सेंटर खोलना होगा। दावा किया जा रहा है कि इस कवायद से रोजगार के भी अवसर पैदा होंगे।

विलुप्त हो रहीं बोलियां

उच्च शिक्षा विभाग ने गढ़वाली-कुमाउंनी जैसी स्थानीय बोली सिखाने के लिए प्रदेश की हर यूनिवर्सिटी में एक-एक लर्निग सेंटर खोलने का ऐलान किया है। उच्च शिक्षा मंत्री डा। धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश के युवा पढ़ाई या नौकरी को लेकर प्रदेश, देश से बाहर जा रहे हैं, जिससे अपनी बोली, भाषा धीरे-धीरे विलुप्त हो रही हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए जरूरी है कि अपने युवाओं को गढ़वाली और कुमाउंनी बोलियों के लिए लर्निग सेंटर खोला जाए। लेकिन ये प्लान कब धरातल पर उतरेगा, इसको लेकर अभी कुछ भी साफ नहीं है। इधर प्रदेश में बोलियों को बचाने में लगे प्रदेश के संगठन इस पहल से युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना जता रहे हैं। वहीं बिना किसी लिपि और प्लान के बोलियों के ट्रेनिंग सेंटर चलाने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जहां तक रोजगार की बात हैं तो प्रदेश में 30 से ज्यादा यूनिवर्सिटी हैं जिनमें लर्निग सेंटर खुलने पर कई युवओं को रोजगार मिल सकता है।

नहीं मिला रिस्पांस

नेहरू कॉलोनी में पैरामेडिकल का संस्थान चलाने वाले नरेन्द्र सिंह भी इस प्रकार की पहल कर चुके हैं.् नरेन्द्र सिंह बीते 6 वर्ष से दून में निजी संस्थान चला रहे हैं साथ ही गढ़वाल और कुमाउंनी बोलियों को बढ़ावा देने के लिए गर्मियों में बोलियों की लर्निग सेंटर चला चुके हैं। उन्होंने बताया कि युवा ही नहीं लोग भी अपनी बोली और भाषा को धीरे-धीरे भुलते जा रहे हैं। ऐसे में लर्निग सेंटर में निशुल्क चलाने के बाद भी लोगों का खासा रिस्पांस नहीं रहा है। उन्होंने बताया कि गढ़वाली में पौड़ी और कुमांऊं में अल्मोड़ा की बोली को सिखाया था।

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युवाओं को अपनी बोलि और भाषाओं को जोड़ने के लिए नई पहल होगी। हर यूनिवर्सिटी में गढ़वाली, कुमाउंनी बोलियों का लर्निंग सेंटर खोला जाएगा।

डा। धन सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री