- स्वच्छता एप डाउनलोडिंग-फीडबैक रैंकिंग में शहर की स्थिति सुधरी

- प्रदेश के शहरों में लखनऊ का स्थान चौथा, कानपुर नंबर एक पर

LUCKNOW

स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 की अग्निपरीक्षा में शामिल स्वच्छता एप डाउनलोडिंग-फीडबैक मामले में लखनऊ पूरे देश में 18वें नंबर पर आ गया है। जबकि प्रदेश के शहरों की बात की जाए तो शहर की रैंकिंग 4 है। जबकि कानपुर नंबर एक पर है। पिछले सप्ताह जारी देशभर के अन्य शहरों की रैंकिंग में शहर टॉप 20 से बाहर था, जबकि प्रदेश के अन्य शहरों के मुकाबले उसकी रैंकिंग पांच थी। अभी 31 जनवरी तक का समय बाकी है, ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि एप की रैंकिंग में शहर और भी अच्छे प्लेस पर आ सकता है।

शुरू हो चुकी है अग्निपरीक्षा

चार जनवरी से स्वच्छता सर्वेक्षण की अग्निपरीक्षा शुरू हो चुकी है। स्वच्छता सर्वेक्षण में ही स्वच्छता एप डाउनलोडिंग और जनता के फीडबैक के मा‌र्क्स शामिल हैं। पिछले सप्ताह तक एप डाउनलोडिंग और फीडबैक मामले में शहर की स्थिति औसत थी लेकिन अचानक इस दिशा में रफ्तार पकड़ी गई और आज शहर पूरे देश में 18 वें और प्रदेश में चौथे नंबर पर आ गया है।

कानपुर का प्रदर्शन शानदार

पूरे प्रदेश में सबसे अच्छा प्रदर्शन कानपुर कर रहा है। इस समय पूरे देश में कानपुर दूसरे नंबर पर है, जबकि प्रदेश में उसकी रैंकिंग पहले नंबर पर है। गाजियाबाद का स्थान 10वां है, जबकि प्रदेश में यह शहर दूसरे नंबर पर है। पूरे देश में आगरा 17वें जबकि प्रदेश में तीसरे नंबर पर काबिज है।

अच्छे संकेत

एप डाउनलोडिंग और फीडबैक मामले में शहर की ताजा रैंकिंग से संभावना जताई जा सकती है कि इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में शहर की रैंकिंग में खासा उछाल देखने को मिल सकता है। पिछले स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर 269वें स्थान पर रहा था।

4 जनवरी से स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू

4 हजार कुल मा‌र्क्स

4 हजार शहर ले रहे हिस्सा

500 शहर पिछली बार थे

स्कोर एक नजर में (प्रदेशवार)

शहर स्कोर

कानपुर 163345.10

गाजियाबाद 78997.20

आगरा 52757.40

लखनऊ 51213.60

वाराणसी 49850.80

इलाहाबाद 4945.10

मेरठ 1896.60

स्कोर एक नजर में (4 हजार शहरों में)

शहर स्कोर

ग्वालियर 174761.50

कानपुर 163345.10

गे्रटर मुंबई 156985.20

अहमदाबाद 136577.80

विजयवाड़ा 122155.60

यह है रैंकिंग का आधार

रैंकिंग तीन आधार पर की जाती है। शहर के लोगों की भागीदारी के 30 प्रतिशत, उनके तरफ से दिए जाने वाले फीडबैक के आधार पर 30 प्रतिशत और विभाग के रिस्पांस के आधार पर 40 प्रतिशत अंक दिए जा रहे हैं। हर एक एक्टिव यूजर के लिए दो नंबर जोड़े जा रहे हैं। इसके अलावा दो नंबर अच्छे फीडबैक और एक नंबर अन्य फीडबैक के दिए जा रहे हैं। समस्याओं के निस्तारण के दो अंक और अन्य समस्याओं का एक अंक निर्धारित किया गया है।

61 हजार का लक्ष्य

स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में नगर निगम लखनऊ को करीब 61 हजार स्वच्छता एप डाउनलोडिंग का लक्ष्य दिया गया था। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए निगम अधिकारियों ने खासे प्रयास किए हैं। जिसकी वजह से ही शहर प्रदेश में टॉप 4 में पहुंच सका है।

प्रयास किया जा रहा है कि सिर्फ स्वच्छता एप डाउनलोडिंग ही नहीं बल्कि सर्वेक्षण की अन्य गाइडलाइंस में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए शत प्रतिशत अंक हासिल किए जाएं।

पीके श्रीवास्तव, अपर नगर आयुक्त