- बुधवार को परिवहन विभाग ट्रक ऑपरेटरों और खनिज विभाग के साथ करेगा बैठक
- बालू और मौरंग के दामों को कम करने के लिए किया जाएगा मंथन
LUCKNOW :
अगर आप अपने सपनों का आशियाना बनाना चाहते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। बाजार में बालू और मौरंग सस्ते दामों पर मिलने जा रही है। कारण यह है कि बालू और मौरंग की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए परिवहन विभाग खनिज विभाग और ट्रक ऑपरेटर्स के साथ बैठक करने जा रहा है। बैठक के बाद इनके दामों को कम करने के कदम उठाए जाएंगे। सीएम के निर्देश के बाद यह बैठक बुलाई गई है।
हर जिले से दो प्रतिनिधि
लखनऊ और कानपुर से कई ट्रक ऑपरेटरों को इस बैठक में बुलाया गया है। वहीं अन्य जिलों से दो-दो प्रतिनिधि बैठक में शामिल होंगे। सभी जिलों के प्रवर्तन दस्तों के साथ यह प्रतिनिधि बैठक में हिस्सा लेंगे। रियर इस्टेट को संभालने और लोगों के आशियाने का सपना पूरा करने के लिए मौरंग और बालू के दाम कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि दीपावली के बाद इनके दामों में दो से तीन रुपए की कमी आएगी।
ट्रकों की ली गई जानकारी
इस बैठक से पहले प्रदेश के विभिन्न जिलों में बालू और मौरंग मंडियों तक ले जाने वाले ट्रकों की जानकारी ली गई है। सभी जगह गाडि़यों की कमी पाई गई है। कहीं 50 तो कहीं 100 गाडि़यों की डिमांड आई है। सबसे ज्यादा डिमांड लखनऊ और गोरखपुर से आई है।
तो क्यों बढ़ रहे दाम
यहां सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि खदान से बालू और मौरंग सस्ते में मिल रही है, फिर भी इनके दाम लगातार बढ़ रहे हैं। जिसका असर आम लोगों के साथ-साथ रियल इस्टेट कारोबार पर भी पड़ रहा है। माना जा रहा है कि अगर दामों में कमी नहीं आई तो आने वाले दिनों में रियल इस्टेट का कारोबार और भी मंदी का सामना करेगा।
बुधवार को खनिज और ट्रक ऑपरेटर्स की बैठक बुलाई गई है। इसमें बालू और मौरंग के बढ़ते दामों को कम करने पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक से पहले माइनिंग ऑफीसर से डिटेल एकत्र की गई है जिसे ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के बताया जा चुका है।
वीके सिंह
एडीशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर प्रवर्तन
यूपी परिवहन विभाग
लखनऊ और गोरखपुर में ज्यादा डिमांड
परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार माइनिंग ऑफीसर से जो डिटेल ली गई है, उसके अनुसार बालू और मौरंग की अधिक डिमांड लखनऊ और गोरखपुर से आ रही है। यहां रोजाना 300 गाडि़यां आने के बाद भी बालू और मौरंग की कमी है। वहीं बांदा, हमीरपुर समेत विभिन्न रूटों पर ट्रकों की संख्या बढ़ा कर सप्लाई बढ़ाई जा सकती है।
रसीद 8 हजार की लिए जा रहे 20 हजार
ट्रक ऑपरेटरों के अुनसार खदान से निकलते समय उन्हें रसीद तो आठ हजार की दी जाती है लेकिन वसूले 20 हजार रुपए जाते हैं। पूछताछ पर केवल इतना बताया जाता है कि जीएसटी लग गई है।
बालू और मौरंग के दाम पेट्रोल और डीजल की तरह लगातार बढ़ रहे हैं। बीच में तो स्थिति बहुत ही खराब हो गई थी। अभी भी पिछले दो साल की तुलना में कीमत अधिक है।
कर्मवीर आजाद
अध्यक्ष अवध ट्रक ऑपरेटर्स/ आनर्स एसोसिएशन
जहां से माल लिया जाता है वहां व्यवस्थाएं ठीक नहीं होंगी तो बालू और मौरंग के दाम कम नहीं होंगे। अब परिवहन और खनिज विभाग के अधिकारी मिल कर काम कर रहे हैं। उम्मीद है दामों में कमी आएगी।
संतोष कुमार मौर्या
ट्रक ऑपरेटर
मौजूदा दाम
- मौरंग -60 रुपए से 65 रुपए फीट
700 फीट तक भरा एक ट्रक कीमत तकरीबन -45,000 रुपए
- बालू-28 से 30 रुपए प्रति फीट
800 फिट तक भरा एक ट्रक की कीमत तकरीबन 24000 रुपए
डेढ़ साल पहले तक कीमत
- मौरंग-30 रुपए से 35 रुपए फीट
700 फिट तक भरा एक ट्रक कीमत तकरीबन -28,000 रुपए
- बालू-18 से 20 रुपए प्रति फीट
800 फिट तक भरा एक ट्रक की कीमत तकरीबन 16000 रुपए