PATNA: राजधानी में रह रहे छात्रों को मकान मालिकों के मुंहमांगी किराए से जल्द छुटकारा मिलने वाला है। इसके लिए पटना नगर निगम ने रेजिडेंशियल हॉस्टल बनाने का निर्णय लिया है। प्रथम चरण में 39 करोड़ की लागत से तैयार हॉस्टल में 320 स्टूडेंट्स को रहने की सुविधा होगी। भविष्य में निगम अपने रेवेन्यू आमदनी की तर्ज पर हॉस्टल को बढ़ावा देगा। निगम के स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में इस प्रोजेक्ट पर गुरुवार को मुहर लगी। स्टैंडिंग कमेटी ने अलग-अलग प्रोजेक्ट के रूप में 455 करोड़ के एजेंडे को हरी झंडी दे दी।

24 महीने में निर्माण कार्य होगा पूरा

निगम के कमिश्नर अनुपम सुमन ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय लेवल के हॉस्टल की डिजायन मुंबई के प्रशिक्षित आर्किटेक्ट करेंगे। हॉस्टल में आवास और मेस के साथ ही स्पो‌र्ट्स, पार्किंग की सुविधा रहेगी। स्टूडेंट्स को हास्टल उपलब्ध कराने के लिए निगम लॉटरी या फिर दूसरा विकल्प तलाश करेगा। हॉस्टल का निर्माण 24 महीनों में पूरा कर लिया जाएगा।

188 करोड़ रुपए से बनेगा आवास

निगम के अंतर्गत रहने वाले घर विहीन लोगों के रहने के लिए किफायती आवास की व्यवस्था होगी। इसके लिए निगम ने तैयार प्रोजेक्ट में कमला नेहरू स्लम एरिया में 8.06 एकड़ निगम की जमीन पर 1188 किफायती आवास बनाने का निर्णय लिया है। यह आवास पांच मंजिला बनाया जाएगा और जमीन का 75 परसेंट एरिया वाहन पार्किंग, पार्क, सड़क और सौंदर्यीकरण के लिए खाली छोड़ा जाएगा।

पीआरडीए में बनेगा कमर्शियल भवन

निगम द्वारा तैयार प्रोजेक्ट में पीआरडीए कैंपस में 7272 वर्ग मीटर जमीन पर कमर्शियल भवन बनाने का भी निर्णय लिया गया है। योजना के तहत जी प्लस 6 के रूप में कमर्शियल दुकानें बनेंगी। इसमें 2 बेसमेंट पार्किंग, 1 मल्टीप्लेक्स होगा। दुकान का आकार 200 से 220 मीटर वर्गफुट का होगा। इस कमर्शियल भवन के निर्माण के लिए 113.99 करोड़ रुपए का बजट बनाया गया है। कमिश्नर नगर निगम अनुपम सुमन ने बताया कि दुकानों का आवंटन ऑनलाइन बुकिंग, लॉटरी सिस्टम और ऑक्सन, बुकिंग के माध्यम से किया जाएगा।

वीरचंद्र पटेल पथ पर बनेगा कैफेटेरिया

निगम के तहत आने वाले वीरचंद्र पटेल पथ पर 2200 वर्ग फीट निगम की जमीन पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के ब्रांड कैफेटेरिया का निर्माण होगा। निगम के योजना के तहत जी प्लस 1 के रूप में कैफेटेरिया का निर्माण किया जाएगा। इसका बिल्ड-अप एरिया 1800 वर्गफुट होगा। इसकी लागत निगम ने 85.66 लाख रुपए निर्धारित कर रखी है। पटना नगर निगम ने यह प्रयास वीरचंद्र पटेल पथ पर निगम की जमीन को सुरक्षित किए जाने की दिशा में किया है। कमिश्नर ने बताया कि कैफेटेरिया के विकास से निगम के राजस्व में भी वृद्धि हो सकेगा। यह कैफेटेरिया निजी एजेंसी को दिया जाएगा।