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PATNA (12 March): पासपोर्ट बनवाने में आ रही बाधा अब दूर हो जाएगी क्याेंकि अब आपका पासपोर्ट ऑनलाइन दौड़ेगा. पासपोर्ट में आ रही बाधा को दूर करने के लिए सिस्टम में बदलाव किया जा रहा है. पुलिस वेरीफिकेशन को राइट टाइम करने को लेकर भी बड़ा बदलाव किया जा रहा है. इसके लिए ऑनलाइन सुविधा को बढ़ाने से लेकर डिजिटल व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है. डीजीपी के आदेश के बाद थानों पर वेरीफिकेशन में बदलाव किया जा रहा है.

वेरिफिकेशन में आती है बाधा

पासपोर्ट बनवाने में सबसे बड़ी बाधा पुलिस वेरिफिकेशन को लेकर आती है. समय से पुलिस वेरिफिकेशन नहीं होने के कारण मामला फंस जाता है. प्रदेश में सबसे अधिक समस्या पासपोर्ट में वेरीफिकेशन को लेकर आती है और इस पर तेजी से काम किया जा रहा है.

रिपोर्ट पर निर्भर पासपोर्ट

आवेदक को पासपोर्ट तभी निर्गत होता है जब पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट उसके पक्ष में होती है. अगर कोई अपराधिक मामला मामला है तो पासपोर्ट निर्गत नहीं किया जाता है. अब थानों के हाईटेक होने से जांच रिपोर्ट शीघ्र मिल जाएगी और पासपोर्ट भी जल्दी मिल जाएगा.

इस प्लान से काम होगा आसान

राज्य के सभी थाना और विशेष शाखा को टैब दिया जाएगा.

टैप में एम पासपोर्ट एप पर पुलिस व विशेष शाखा का काम होगा.

विभाग में 13 सौ से अधिक टैब खरीदने की तैयारी कर रही है.

एक टैब के लिए 20 हजार रुपए का खर्च का लक्ष्य बनाया गया है.

बिहार पुलिस के प्रस्ताव पर राज्य सरकार ने हरी झंडी दे दी है.

बिहार पुलिस को राज्य सरकार ने 2.61 करोड़ रुपए भी स्वीकृति कर दिया है.

गृह विभाग ने इस अहम योजना को लेकर गाइड लाइन जारी कर दिया है.

टैब मिलने के बाद पासपोर्ट के वेरीफिकेशन का काम रफ्तार पकड़ लेगा.

पुलिस और स्पेशल ब्रांच के पास संसाधन नहीं होने से काम में बाधा आ रही है.

वर्ष 2019 में मई तक व्यवस्था में कई बदलाव किया जाएगा जिससे पासपोर्ट आसान होगा.

ऐसे समझें परेशानी

पासपोर्ट में थाना से लेकर स्पेशल ब्रांच की भूमिका अहम होती है.

आवेदन के बाद ही पुलिस यानि संबंधित थाना व स्पेशल ब्रांच का काम पड़ जाता है.

आवेदक का वेरीफिकेशन संबंधित थाना और स्पेशल ब्रांच से कराना अनिवार्य है.

आवेदन में दिए गए कागजातों के सत्यापन के साथ अपराधिक इतिहास भी खंगाला जाता है.

अतीत से लेकर वर्तमान तक के चरित्र की पड़ताल पुलिस द्वारा की जाती है.

एप से आएगा बड़ा बदलाव

मौजूदा समय में भी आनलाइन व्यवस्था के बाद भी पुलिस और स्पेशल ब्रांच का मैनुअल काम करना पड़ता है. मैनुअल काम के कारण पासपोर्ट के सत्यापन में कई दिक्कत आती है जिससे आवेदकों को काफी परेशान होना पड़ता है. थाना के साथ साथ स्पेशल सेल को टैब मिलने के बाद यह काम आसान होगा और पासपोर्ट से जुड़े विशेष एप के सहारे पुलिस अपने साथ आवेदकों के काम को आसान करेगी. एम पासपोर्ट पुलिस एप से व्यवस्था से बड़ी राहत मिलेगी.