- सीबीएसई ने क्लास 10 के एग्जाम में पास होने के लिए निर्धारित किए मिनिमम मा‌र्क्स

- होगा हाईस्कूल का बोर्ड एग्जाम, आउट साइड स्कूल बनाए जाएंगे सेंटर

- वहीं कॉपियों की मेनटेनेंस और सब्जेक्ट्स पर एक्ट्रा होल्ड के भी मिलेंगे नंबर

GORAKHPUR: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से हाईस्कूल कर रहे स्टूडेंट्स को इस बार मेहनत करनी ही पड़ेगी। अब तक हाईस्कूल में कुछ भी कर नय्या पार लगाने की तरकीब बिल्कुल नहीं चल सकेगी। सीबीएसई ने अपने पुराने पैटर्न पर लौटते हुए एक बार फिर हाईस्कूल में बोर्ड एग्जाम लेने का फैसला किया है। इसके तहत अगर स्टूडेंट्स एनुअल एग्जाम में 80 में से 27 मा‌र्क्स लाने में नाकाम रहता है तो उसको किसी भी सूरत में नई क्लास में दाखिला नहीं ि1मल सकेगा।

स्कूल में नहीं होगा सेंटर

हाईस्कूल का एग्जाम देने जा रहे स्टूडेंट्स अगर इस बार शुरू से ही प्रिपरेशन में नहीं जुटे, तो उनकी लापरवाही उनके फ्यूचर के लिए भारी पड़ सकती है। जहां हाईस्कूल का एग्जाम बोर्ड की तर्ज पर होगा, वहीं दूसरी ओर इस बार स्कूल में होम सेंटर भी नहीं बनाया जाएगा। इससे स्टूडेंट्स को दूसरे स्कूल जाकर अनजाने टीचर्स की निगरानी में एग्जाम देना पड़ेगा। उन्हें न तो नकल का मौका मिलेगा और न ही दोस्ती-यारी ही निभ्ा सकेंगे।

सिर्फ 20 मा‌र्क्स दिला सकेंगे स्कूल

अब तक स्कूल्स स्टूडेंट्स को बेहतर मा‌र्क्स दिलाने में थोड़ी-बहुत हेल्प कर देते थे। मगर इस बार उनके खाते में सिर्फ 10 मा‌र्क्स ही आए हैं, जिनमें वह अपने स्कूल के स्टूडेंट्स की हेल्प कर सकेंगे। मई और जुलाई में होने वाले पीरियॉडिकल टेस्ट के 10 मा‌र्क्स स्कूल लेवल पर दिए जाएंगे। फ‌र्स्ट और सेकेंड टर्म का एवरेज मिलाकर एनुअल में मार्किंग की जाएगी। बाकी 10 नंबर स्टूडेंट्स के खुद की मेहनत पर है। इसमें जहां उन्हें अपनी नोटबुक मेनटेन करने पर 5 मा‌र्क्स मिलेंगे। वहीं, सब्जेक्ट पर पकड़ रखने और एनरीचमेंट एक्टिविटीज में हिस्सा लेकर उन्हें 5 मा‌र्क्स मिल सकते हैं।

वर्जन

इस सेशन से सीबीएसई ने हाईस्कूल के होम एग्जाम को खत्म कर बोर्ड एग्जाम कर दिया है। अब स्टूडेंट्स को एनुअल एग्जाम में कम से कम 80 में से 27 नंबर हासिल करने होंगे। इस बार उनके सेंटर्स भी दूसरे स्कूल में बनाए जाएंगे।

- अजीत दीक्षित, सेक्रेटरी, गोरखपुर सहयोदय स्कूल एसोसिएशन