- पुलिसकर्मी घर-घर पहुंचकर करेंगे वेरीफिकेशन

- एसपी सिटी ने जारी किया है नया फरमान

आगरा। आपके मकान या दुकान में किरायेदार है और अब तक आपने इसकी जानकारी संबंधित थाना पुलिस को नहीं दी है, तो आप कभी भी मुश्किल में आ सकते हैं। किरायेदार या आपके यहां कार्यरत नौकर का किसी असमाजिक घटना में नाम सामने आता है, तो इसमें आपकी भी भूमिका तय की जाएगी। एसपी सिटी ने ये फरमान जारी करते हुए अधीनस्थों को भी निर्देश दिए हैं। इसके तहत पुलिसकर्मी भी किराएदार व नौकरों का वेरीफिकेशन करने आपके घर पर जल्द दस्तक देंगे।

जानकारी हर हाल में देनी होगी

एसपी सिटी घुले सुशील चंद्र ने निर्देश दिए हैं कि सिटी में जहां पर किराए पर लोग रह रहे हैं, उनका सत्यापन किया जाए। जो लोग प्राइवेट संस्थान या घर में नौकरी कर रहे हैं, उनका भी सत्यापन किया जाए। मकान व दुकान स्वामी भी किराएदारों के बारे में पुलिस को अवगत कराएं। एसपी सिटी का कहना है कि यदि कोई मकान स्वामी किराएदार या वर्कर की जानकारी नहीं देता है, तो वह व्यक्ति भी उसके किसी घटना में शामिल होने पर जिम्मेदार माना जाएगा।

चौकी इंचार्ज व बीट सिपाही की जिम्मेदारी

इसके लिए चौकी इंचार्ज व बीट के सिपाही की जिम्मेदारी तय की गई है। सिपाही एरिया में ऐसे मकानों का पता कर डिटेल जुटाएंगे, जहां पर किराएदार हैं या फिर घरों में लोग काम कर रहे हैं। उनका नाम, उम्र, पता, मोबाइल नम्बर, फोटो, घर में कितने सदस्य, सभी विवरण लिया जाएगा। एसपी सिटी ने सभी सीओ व थानों को इस काम को जल्द शुरू करने के लिए निर्देशित किया है। एसपी सिटी ने कहा कि यदि चौकी इंचार्ज या सिपाही जानकारी नहीं जुटाते हैं तो उन पर भी एक्शन लिया जाएगा।

नई नहीं हैं कवायद

बीते वर्ष तत्कालीन एसएसपी राजेश मोदक ने किराएदारों के वेरीफिकेशन के आदेश दिए थे। यह कुछ दिनों तक चला, लेकिन उनके जाते ही यह प्रक्रिया ठंडे बस्ते में चली गई। इसके बाद यदि कोई नए किराएदार की डिटेल देने आता, तो पुलिस उसे थाने से भगा देती। धीरे-धीरे यह प्लान खत्म हो गया, लेकिन अब इसे फिर से शुरू किया जा रहा है।

अपराधियों के पनाहगाह बना शहर

सिटी में कोई कहीं से भी आकर किराए का कमरा लेकर रहने लगता है। ऐसे में कई आपराधिक लोग भी किराएदार के रूप में छिप जाते हैं। लोग बाहर से क्राइम कर यहां आते हैं। सिटी मजदूरी कर अपना जीवन बिताते हैं और पुलिस की नजर से बचे रहते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।