- हायर एजुकेशन संस्थानों में ली जाती है सिक्योरिटी मनी

- कोर्स पूरा होने के बाद सीधे खाते में जाएगी सिक्योरिटी की रकम

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DEHRADUN: हायर एजुकेशन संस्थानों में स्टूडेंट्स से ली जाने वाले सिक्योरिटी मनी वापस लेने के लिए स्टूडेंट्स को चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब कोर्स पूरा होने के बाद सिक्योरिटी की राशि सीधे उनके खातों में ट्रांसफर की जाएगी। प्रदेश सरकार ने व्यवस्था को लागू करने के लिए खाका तैयार कर लिया है।

डायरेक्ट अकाउंट में ट्रांसफर

स्कूल एजुकेशन के साथ ही हायर एजुकेशन को बेहतर बनाने के लिए प्रदेश सरकार कई पहलुओं पर कार्य कर रही है। इसी क्रम में अब सरकार ने कॉलेजों में एडमिशन के वक्त स्टूडेंट्स से ली जाने वाली सिक्योरिटी मनी को स्टूडेंट्स को लौटाए जाने के लिए विशेष व्यवस्था करने का फैसला किया है। व्यवस्था के तहत स्टूडेंट्स से ली जाने वाली सिक्योरिटी फीस को कोर्स पूरा होने के बाद डायरेक्टली बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी।

काटने पड़ते हैं चक्कर

स्टूडेंट्स के एडमिशन के समय सिक्योरिटी फीस जमा कराई जाती है। यह फीस दो से पांच हजार रुपए तक ली जाती है। प्राइवेट संस्थानों की बात करें तो यहां मनमानी का आलम यह है कि सिक्योरिटी फीस को वापस पाने के लिए स्टूडेंट्स को कई चक्कर काटने पड़ते हैं। जिस कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। स्टूडेंट्स को फीस वापस हासिल करने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। प्रदेश सरकार ने स्टूडेंट्स को फीस संबंधित अकाउंट में भेजने की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है।

हेल्थ कार्ड भी बनाएं जाएंगे

सिक्योरिटी फीस सीधे खाते में भेजने के अलावा संस्थानों में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स के दो लाख तक के बीमे की व्यवस्था किए जाने की तैयारी तो प्रदेश सरकार पहले ही कर चुकी है, लेकिन अब स्टूडेंट्स के फ्री यू हेल्थ कार्ड भी बनाए जाएंगे। व्यवस्था के तहत स्टूडेंट्स के इलाज में आसानी होगी।

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स्टूडेंट्स को हर संभव सुविधा प्रदान करना हमारा मकसद है। हमारी कोशिश है कि व्यवस्था को पारदर्शी बनाया जाएगा। इसी को देखते हुए विभिन्न योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।

--- डॉ। धन सिंह रावत, मिनिस्टर, हायर एजुकेशन, उत्तराखंड