- खेल विभाग ने क्रोएशिया दौरे के दौरान तैयार की गई फुटबाल प्रशिक्षण की डीवीडी सभी हॉस्टल्स में दिखाए जाने के दिए निर्देश

- प्रदेश में फुटबाल के चार हॉस्टल हैं मौजूद

LUCKNOW: अब फिल्म में देखकर बनेंगे पेले और माराडोना। इस बात के लिए खेल विभाग ने ना केवल आदेश जारी कर दिए है बल्कि फुटबाल प्रशिक्षण पर तैयार की गई एक फिल्म भी प्रदेश भर में संचालित होने वाले फुटबाल हॉस्टल्स के लिए भेज दी गई है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि इस फिल्म को क्रोएशिया में तैयार किया है।

- शानदार प्रदर्शन कर सके यहां के खिलाड़ी

इंडिया में अगले साल आयोजित होने वाले अंडर-17 व‌र्ल्ड कप की तैयारियां भी शुरू हो गई है। स्पो‌र्ट्स अथारिटी ऑफ इंडिया से लेकर प्रदेश का खेल विभाग भी फुटबाल का प्रमोट करने में जुटा है जिससे इंडिया की मेजबानी में होने वाले इस फुटबाल कप में यहां के खिलाड़ी भी शानदार प्रदर्शन कर सके। ऐसे में खेल विभाग ने प्रदेश में खिलाडि़यों को नहीं प्रशिक्षकों को भी अपग्रेड करने की तैयारी शुरू कर दी है।

- प्रदेश में मौजूद हैं फुटबाल के चार हॉस्टल

खेल विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में फुटबाल के चार हॉस्टल मौजूद हैं। इनमें खेल विभाग की देखरेख में चलने वाले हॉस्टल फैजाबाद, वाराणसी और बरेली में स्थित हैं। इसके अलावा एक हॉस्टल लखनऊ में कुर्सी रोड स्थित गुरु गोविंद सिंह स्पो‌र्ट्स कॉलेज में संचालित किया जा रहा है। खेल सचिव अनिता जैन भटनागर ने यह आदेश दिया है कि सभी हॉस्टल में क्रोएशिया में तैयार की गई फिल्म को दिखाया जाए। इस फिल्म को खिलाडि़यों के प्रशिक्षण कोर्स की तरह शामिल किया जाए। बताते चले कि खेल विभाग के अधिकारियों ने एक महीने पहले क्रोएशिया का दौरा किया था। खेल मंत्री राम सकल गुर्जर, खेल सचिव अनिता जैन भटनागर और खेल निदेशक डॉ। आरपी सिंह इस दौरे में शामिल थे। इस दौरान वहां पर फुटबाल के प्रशिक्षण को लेकर एक फिल्म तैयार की गई। लगभग डेढ़ घंटे की इस फिल्म में एक्सपर्ट एडवाइज भी शामिल हैं। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि इस फिल्म को सात चरणों में दिखाया जाएगा। एक हिस्सा दिखाने के बाद उसका प्रयोग ग्राउंड पर खिलाडि़यों से करवाया जाएगा।

फुटबाल पर इस समय खासा फोकस किया जा रहा है। हमारी कोशिश है कि अगले साल होने वाले व‌र्ल्ड कप में अधिक से अधिक खिलाड़ी हमारे स्टेट के हो। क्रोएशिया में तैयार की गई फिल्म से खिलाडि़यों को बेहतर ट्रेनिंग मिलेगी और उसके अच्छे परिणाम भी देखने को मिलेंगे।

डॉ। आरपी सिंह

खेल निदेशक

खेल विभाग