24 घंटे में देना होगा फीड बैक

एक जैसा फीडबैक मिला तो राहत

>Meerut। बोर्ड परीक्षा में छात्रों को राहत देने के लिए इस बार सीबीएसई ने नई व्यवस्था लागू की है। बोर्ड ने छात्रों को परीक्षा के दौरान फीडबैक देने का अधिकार दिया है। योजना के तहत पेपर देने के बाद छात्र अपनी शिकायत या सुझाव प्रिंसिपल के माध्यम से बोर्ड तक पहुंचा सकेंगे। इस फैसले के बाद जहां छात्रों में राहत है, वहीं शिक्षक भी इसे अच्छी पहल बता रहे हैं।

24 घंटे में देने होगा फीडबैक

सीबीएसई की ओर से इस व्यवस्था के तहत सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वह परीक्षा के 24 घंटे के अंदर ही छात्रों का फीडबैक लेकर बोर्ड तक पहुंचा दे। इस फीडबैक के आधार पर सीबीएसई सब्जेक्ट एक्सपर्ट से पेपर का विश्लेषण करवाएगा। खास बात यह है कि इस फीड बैक के आधार पर ही विषय की मार्किग स्कीम तय की जाएगी। बोर्ड का यह भी कहना है कि अगर किसी प्रश्नपत्र से देशभर से एक जैसा फीडबैक मिला तो उसकी मार्किंग स्कीम थोड़ी हल्की कर दी जाएगी। इससे छात्रों को नुकसान नहीं होगा ।

अलग-अलग कैटेगरी

सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं पांच मार्च से शुरू होने जा रही हैं। 10वीं की परीक्षाएं चार अप्रैल और 12वीं की परीक्षाएं 12 अप्रैल को खत्म होंगी। परीक्षाओं से पहले बच्चों को स्ट्रेसआउट करने के लिए बोर्ड ने यह योजना तैयार की है। इसके तहत छात्र कई कैटेगरी में अपना फीडबैक दे सकेंगे।

फीडबैक कैटेगरी

आउट ऑफ सिलेबस

ऑउट ऑफ चैप्टर

गलत प्रश्न

गलत अनुवाद

मिसप्रिंट

बोर्ड की ओर से यह एक अच्छी पहल की गई हैं। एग्जाम पेपर में त्रुटि होने पर स्टूडेंटस को इसका नुकसान होता था।

अजय गुप्ता, टीचर

छात्रों का मनोबल बढेगा। एग्जाम के दौरान प्रश्नपत्र में गलती होने पर छात्र परेशान हो जाते है। अब उन्हें राहत मिलेगी।

अभिरुचि रावत, टीचर

पेपर देने के बाद स्टूडेंट अपनी शिकायत या सुझाव स्कूल या वेबसाइट के माध्यम से बोर्ड तक पहुंचा सकते हैं। यह अच्छी पहल है।

अल्पना शर्मा, टीचर