-बच्चों को दी जाने वाली नए सत्र की पुस्कों के लिए बीआरसी के चक्कर से मिलेगी मुक्ति

- सीधे स्कूलों तक पहुंचेंगी किताबें, खंड शिक्षा अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारी

UNNAO: परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई के लिए बच्चों को दी जाने वाली नए सत्र की पुस्तकों के लिए अब मास्टर जी को उनकी ढुलाई के लिए ब्लाक मुख्यालयी बीआरसी के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। शासन ने आगामी शैक्षिक सत्र में कक्षावार बच्चों को स्कूल में ही पुस्तकें सुलभ कराने की व्यवस्था की है।

वाहनों के लिए होगा टेंडर

नई व्यवस्था के तहत इसके लिए पुस्तकों को विद्यालयों तक पहुंचाए जाने की जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारियों को दी गई है। वह बच्चों को पढ़ाई के लिए दी जाने वाली नि:शुल्क पुस्तकों को अपनी देखरेख में विद्यालयों तक पहुंचाएंगे। जिसमें वाहनों के उपयोग के लिए टेंडर प्रक्रिया को अपनाया गया है। पहले इन पुस्तकों को विद्यालयों तक ले जाने के लिए परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी। उन्हें बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से लेकर अपने विकास खंडों के ब्लाक संसाधन केंद्रों तक के चक्कर काटने पड़ते थे।

विद्यालयों को भेजा जाएगा रूट प्रोग्राम

बेसिक शिक्षा अधिकारी डा। मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को नि:शुल्क दी जाने वाली सरकारी पुस्तकों को पब्लिशर पहले जिले को भेजेंगे। जिले से उन्हें सभी ब्लाक संसाधनों तक भेजा जाएगा। बीआरसी पहुंचने के बाद वहां पर तैनात स्टाफ पूरा रूट प्रोग्राम बनाकर उन्हें सभी विद्यालयों तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए टेंडर हो गया है। इस कार्य को खंड शिक्षा अधिकारी अपनी देखरेख में कराएंगे।

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