यात्रा से सवा करोड़ दलितों को जोड़ेगी कांगे्रस

- कांग्रेस की अनुसूचित जाति विभाग की बैठक में हुआ निर्णय

- यूपीसीसी झोंकेगी पूरी ताकत, सीधे होगा राहुल का दखल

LUCKNOW : आगामी विधानसभा चुनाव में सूबे में दलित वोट बैंक को अपने पाले में करने के लिए कांग्रेस नई मुहिम शुरू करने जा रही है। केंद्रीय नेतृत्व से मंजूरी मिलने के बाद तैयारियां शुरू कर दी गयी है। इस मुहिम के जरिए करीब सवा करोड़ दलित मतदाताओं तक पार्टी की सीधी पहुंच बनाने का जिम्मा उप्र कांग्रेस कमेटी को सौंपा गया है। पार्टी की निगाहें सूबे की 85 दलित बाहुल्य सीटों पर हैं।

घर-घर जाकर बताएंगे काम

इस दौरान कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की टीमें हर घर में जाकर दलितों के लिए किए गए कामों को उनके सामने रखेंगी। साथ ही उन्हें यह भी बताएंगी कि एक विशेष पार्टी ने किस तरह राजीव गांधी और कांग्रेस की ओर से दलितों के लिए किए गए कल्याण कार्याे व योजनाओं को भुनाने का काम किया है। इसको लेकर मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेश कमेटी कार्यालय पर अहम बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें उत्तर प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर, पीएल पुनिया, अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन के राजू, अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक भगवती प्रसाद चौधरी, अनुसूचित जाति विभाग के कोआर्डिनेटर शशांक शुक्ला मौजूद रहे।

सीधा राहुल का दखल

अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन के। राजू ने कहा कि दलित कांग्रेस यात्रा आगामी 11 नवंबर से शुरू होगी। करीब 60 दिनों तक जारी रहने वाली इस यात्रा के लिए चार टीमों का गठन होगा। खास बात यह है कि इस टीम में शामिल सदस्य दलित ही होंगे। इसके माध्यम से हर गांव एवं टोलों में जाकर दलितों की आवाज मजबूत करते हुए उन्हें कांग्रेस पार्टी से जोड़ा जाएगा। उन्हें भरोसा दिलाया जाएगा कि दलितों को शिक्षा, सुरक्षा और स्वाभिमान दिलाने का कार्य कांग्रेस करेगी। साथ ही अनुसूचित जाति के मजबूत कार्यकर्ताओं को टिकट भी बांटे जाएंगे। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के इस कार्यक्रम की सीधी बागडोर राहुल गांधी और कांग्रेस के स्ट्रैटिजिस्ट प्रशांत किशोर के हाथों में है।